अलवर। उमरैण क्षेत्र के अलापुर गांव में अवैध रूप से मिनरल वाटर का प्लांट लगाने का विरोध तेज हो गया हैं। आस-पास के करीब 6 गांवों के लोगों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। लोगों का कहना है कि अवैध प्लांट को 7 दिन में बंद नहीं कराया गया तो आंदोलन किया जाएगा।
किसान जसवंत सिंह यादव ने बताया- अलवर जिले के उमरैण ब्लॉक की ग्राम पंचायत माचडी के गांव अलापुर में सरपंच जगजीवन और ग्राम विकास अधिकारी कविता सैनी, हल्का पटवारी सरिता वर्मा की मिलीभगत से गांव में अवैध रूप से मिनरल वाटर का बड़ा प्लांट लगाया जा रहा है।
यह प्लांट पूर्णत अवैध है। किसी विभाग से मंजूरी तक नहीं है। यहां पर एक-एक हजार फीट गहरे 6 बोर कराए गए हैं, जिससे जाहिर है कि लगातार पानी का दोहन होगा। माचडी, बास सावडी, धवाला, खेडका, अकबरपुर, अहमदपुर, जाटोली, कल्याणपुरा सहित कई गांव में भूजल सूख सकता है।
फॉर्म हाउस बनाने का दिया था झांसा
गांव के लोगों ने बताया- पहले यहां जमीन लेने वाले को कहा था कि फॉर्म हाउस बनाएंगे। उसके बाद निर्माण किया और बोरवेल कराता गया। दो-तीन बोरवेल में पानी नहीं होने का बहाना बनाकर 6 बोरवेल कर लिए। अब पता लगा कि ये गाजियाबाद की एक कंपनी अवैध रूप से बड़ा मिनरल वाटर का प्लांट लगाने वाली है।
इस प्रकरण की शिकायत 23 सितंबर को ए.डी.एम. प्रथम को दी थी। जिस पर कार्यवाही के लिए अलवर तहसीलदार तनु शर्मा मौके पर पहुंची लेकिन फैक्ट्री प्रबन्धकों को पाबंद किए बिना लौट आई। अब ग्रामीणों ने 7 दिन की चेतावनी दी है। इसे नहीं रोका गया तो गांव के लोग आंदोलन पर उतर आएंगे।