कोटा। जिले में अगमगढ़ गुरुद्वारा दरबार साहिब की बिल्डिंग की पहली मंजिल की छत डालने के लिए देशभर से सेवादार जुटे। पंजाब, गुजरात, यूपी, एमपी से करीब 3 हजार सेवादार आए हैं। सेवादारों ने गुरुवार को भवन की पहली मंजिल की 8460 फीट की छत को करीब 10 घंटे में डाला। 10 दिन बाद पहली मंजिल की शटरिंग खोली जाएगी। इस गुरुद्वारे के गुबंदों पर 5 किलो सोने का शिखर लगेगा और दीवारों पर मीनाकारी होगी। कोटा सेंट्रल गुरु सिंह सभा अध्यक्ष तरूमीत सिंह बेदी ने बताया- गुरुद्वारा अगमगढ़ साहिब में पिछले 3 महीनों से नए दरबार साहिब के भवन निर्माण का काम चल रहा है। ये तीन मंजिला गुरुद्वारा बनेगा। दरबार साहिब की पहली मंजिल की छत डालने का काम गुरुवार सुबह साढ़े 8 बजे शुरू किया। बाबा लक्खा सिंह मुख्य जत्थेदार गुरुदारा अगमगढ़ साहिब,जत्थेदार बाबा बलविंदर सिंह की अगुवाई में सेवादारों ने शाम साढ़े 6 बजे तक छत डाल दी।
सेवादारों ने 8-8 इंच के 38 बीम तैयार किए
बाबा लक्खा सिंह ने बताया- बच्चे,बड़े, बुजुर्गों,माता और बहनों ने मिलकर इस ऐतिहासिक काम को अंजाम दिया। सेवादारों ने 8-8 इंच के 38 बीम तैयार किए। जेसीबी, आधुनिक लोडरों के साथ संगत ने मिलकर काम को पूरा दिया। निर्माण कार्य में 1700 सीमेंट के कट्टे लगे। दरबार साहिब की ऊंचाई 90 फीट तक जाएगी।
15 से ज्यादा गुरुद्वारों में करवाते काम
गुरुद्वारा अगमगढ़ साहिब के जरिए देशभर के 15 से ज्यादा गुरुद्वारों में कार सेवा (श्रमदान), लंगर सेवा और सामाजिक सरोकारों के काम करवाए जाते हैं। इनमें भेंट द्वारिका, भरूच, बड़ौदा (गुजरात),गुरुद्वारा डेरा साहिब, तरणतारन, गुरुद्वारा चंदेर साहिब गोविंदवाल साहिब (पंजाब), शहीदों का गुरुद्वारा हनुमानगढ़, गुरुनानक दरबार पुष्कर, गुरुद्वारा श्री कलगीधर भगोर साहिब भीलवाड़ा, गुरुद्वारा साहिब श्री नानकपुरा भीलवाड़ा, गुरुद्वारा श्री धन्ना भगत धुआं कला टोंक है, ये सभी ऐतिहासिक गुरुद्वारे है।