जालोर। जिला मुख्यालय पर आवासीय कॉलोनियों में अवैध तरीके से मिठाई बनाने के गोदाम संचालित हो रहे हैं, जिससे हर वक्त अनहोनी का डर लगा रहता है। करीब एक महीने पहले महालक्ष्मी स्वीट होम के द्वारा मानपुरा कॉलोनी में संचालित हो रहे गोदाम में गैस सिलेंडर की नली में आग लगने से 4 लोग झुलस गये थे। हालांकि इलाज के बाद 3 ठीक हो गये तथा नारायण लाल की स्थिति गंभीर होने पर जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में 27 दिन से इलाज चल रहा था जिसकी मंगलवार को मौत हो गई। जालोर के मानपुरा कॉलोनी स्थित महालक्ष्मी स्वीट होम के गोदाम में करीब महीनेभर पहले गैस की पाइप में आग लगने की घटना में गोदाम में मिठाई बनाने का काम कर रहे चार लोग बाड़मेर के साथुनी गांव निवासी केसाराम पुत्र तेजाराम, पाली के वायद निवासी पप्पूराम पुत्र चेनाराम, जालोर के रछोड़नगर निवासी नारायण लाल पुत्र वागाराम देवासी और बाडमेर के मंडली निवासी गजेन्द्र सिंह पुत्र महेन्द्रसिंह झुलस गए थे। सभी को जालोर के सामान्य चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। दो की स्थित सामान्य होने पर इलाज के दौरान घर भेज दिया। लेकिन गंभीर स्थिति होने के कारण नारायण व केसाराम को जोधपुर रेफर कर दिया गया था। जहां से केसाराम कि इलाज के दौरान स्थिति ठीक होने पर घर भेज दिया। जालोर के रछोड़नगर निवासी नारायण लाल पुत्र वागाराम देवासी की 28 दिन तक इलाज के बाद मंगलवार को मौत हो गई।
इलाज के साइलेंट अटैक आने से मौत
दुकान मालिक पप्पू सिंह पुरोहित ने बताया कि आग से झुलसने के बाद तो नारायण ठीक हो रहा था और महात्मा गांधी में अभी इलाज चल रहा था। जिसको मंगलवार को साइलेंट अटैक आ गया जिसमें नारायण की मौत हो गई। जालोर में हमारी ही नहीं, सभी मिठाई गोदाम अवैध तरीके व आवासीय कॉलोनियों के बीच में ही संचालित हो रहे है
व्यापारिक काम के लिए कॉमर्शियल जगह पर हो काम
नगर परिषद आयुक्त दिलीप माथुर ने कहा-व्यापार को लेकर काम चल रहा है तो वह जगह कॉमर्शियल होना जरूरी है। ऐसे मिठाई गोदाम सहित कई अन्य गतिविधियां संचालित हो रही हैं, जो नगर परिषद की जानकारी में नहीं हैं। इसको लेकर किसी को कोई परेशानी हो या कोई इसकी शिकायत करे तो इन पर समय-समय पर कार्यवाही की जा रही है। अगर ऐसा मामला है तो आवासीय कॉलोनियों में संचालित गोदामों की जांच की जायेगी।