अजमेर। जिले में साइबर ठग अपने शिकार को फांसने के लिए नित नए पैंतरे आजमा रहे हैं। शातिरों ने इस बार वैशाली नगर निवासी एक व्यापारी की बेटी को शिकार बनाकर 50 हजार रुपए ठग लिए। इस तरह का यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले पिछले करीब 6 महीने में इस तरह के दो दर्जन से ज्यादा वारदातें हो चुके हैं। ग्रॉसरी स्टोर संचालित करने वाले व्यापारी की बेटी के पास कॉल आया जिसमें कहा कि बेटी मैं शर्माजी बोल रहा हूं। तेरा पापा का दोस्त, गलती से 50 हजार रुपए तेरे खाते में ट्रांसफर हो गए हैं। मैं अस्पताल में हूं, पैसा खाते में वापस डाल दो। इस तरह से कॉल करने वाले शातिर ठग ने बातों में उलझकर भ्रमित कर अपने खाते में 5-5 हजार रुपए ट्रांसफर करवाकर 50 हजार रुपए की ठगी कर डाली। पीड़ित परिवार ने 1930 और साइबर सेल में शिकायत दर्ज करवाई है। मामले की जांच की जा रही है।
बेटी पहचानी नहीं क्या?… अस्पताल में हूं पैसे अर्जेंट चाहिए
पुलिस के मुताबिक वैशाली नगर निवासी व्यापारी ने बताया कि उनकी बेटी के पास किसी अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को शर्माजी बताते हुए इस तरह से बातचीत की जैसे पहले से परिचित हो। उसने कहा कि तेरे पापा का दोस्त बोल रहा हूं, फिर कहने लगा कि खाते में 50 हजार रुपए गलती से ट्रांसफर हो गए हैं, मैं अस्पताल में हूं पैसा अर्जेंट चाहिए, जल्दी से वापस ट्रांसफर कर दे। व्यापारी ने बताया कि उनकी बेटी भ्रमित हो गई, कॉल करने वाले ने कई बार यह बात दोहराई कि तेरे पापा दिनेश का दोस्त हूं। बेटी पहचानी नहीं क्या? परिवार के सदस्यों के नाम के साथ कॉल करने वाला बात कर रहा था। इस कारण से एकबारगी लगा कि कोई जानकार है। बेटी ने अपने खाते से नेट बैंकिंग कर 5-5 हजार रुपए 10 बार यानी कुल 50 हजार रुपए की राशि उसके खाते में ट्रांसफर कर दी। बाद में आरोपी युवक का फोन स्विच ऑफ हो गया। बेटी ने घर कॉल करके कन्फर्म किया तो वारदात का शिकार होने का पता चला। तुरंत ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने के लिए साइबर हेल्पलाइन 1930 पर कॉल किया। स्थानीय साइबर सेल को भी वारदात से अवगत कराया।