जोधपुर (गजेन्द्र जांगिड़)। जिले में नेपाली नौकर सेवानिवृत एएसपी के घर बिना डरे और बिना हिचके जहरखुरानी कर घर में सोना चांदी के गहने लूट ले गए थे लेकिन पुलिस ने उन्हें नेपाल भागने से पहले ही धर दबोच लिया। महामंदिर थाना क्षेत्र में रहने वाले पुलिस के सेवानिवृत एएसपी के घर काम करने वाले नेपाली नौकर पुत्रवधू के साथ जहरखुरानी कर लाखों का माल लेकर चंपत हो गए। घटना की जानकारी मिलने के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने नाकाबंदी करवाई। पुलिस ने अलग-अलग स्थानों से आरोपी दंपती सहित पूरी गैंग के आठ लोगों को पकड़ा है।
महामंदिर थानाधिकारी शिवलाल मीणा ने बताया कि पुलिस से सेवानिवृत एएसपी चंदनसिंह महेचा महामंदिर बीजेएस गली नंबर 12 में परिवार सहित रहते है। वे गुरूवार की शाम को पत्नी, पुत्र लोकेंद्र के साथ गांव गए हुए थे। पीछे घर में उनकी पुत्रवधु और दो बच्चें ही थे। घर की एक नेपाली नौकरानी काजल जोकि सर्वेट रूम में दूसरे नेपाली नौकर राज सिंह के साथ थी। आज दिन में साढ़े 12 बजे के आस पास पुत्रवधु ने लोकेंद्र को धीमी आवाज में फोन कर घर में नौकरों द्वारा लूट की बात बताई। मगर आवाज धीमी होने से लोकेंद्र को शक हो गया। इस पर उसके द्वारा तत्काल पड़ौसियों को सूचना दी गई। इधर इसके साथ ही पुलिस को भी सूचना दी गई। पड़ौसियों की मदद से पुत्रवधु को एमजीएच उपचार के लिए भिजवाया गया।
थानाधिकारी शिवलाल मीणा ने बताया कि लूट की घटना की सूचना मिलने के साथ पुलिस की टीमों का गठन पुलिस आयुक्त राजेंद्रसिंह के दिशा निर्देश पर गठित कर पुलिस उपायुक्त पूर्व आलोक श्रीवास्तव, एडीसीपी वीरेंद्रसिंह, एसीपी पूर्व हेमंत कलाल के सुपरविजन में टीमों को लगाया गया। थानाधिकारी मीणा ने बताया कि पुलिस की गठित अलग अलग टीमों में वे दो टीम लेकर बिलाड़ा ब्यावर की तरफ गए। बाद में बिलाड़ा और व्यावर जिला पुलिस की मदद से मुख्य आरोपी नेपाली नौकरानी काजल और राजसिंह पुत्र प्रेमसिंह के साथ छह अन्य को भी डिटेन किया गया। अब तक की पूछताछ में पता लगा कि आरोपी काजल ने सुबह ग्रीन टीन बनाई थी और रिटायर्ड एएसपी की पुत्रवधु को पीने का तीन बार दबाब बनाया। तब पुत्रवधु ने ग्रीन टीन पीली। बाद वे अर्द्ध बेहोशी की हालत में आ गई। पुत्रवधु के बेहोशी का फायदा उठाने के साथ आरोपी काजल और राजसिंह ने अलमारी और ड्राअर को खंगालना शुरू कर दिया। जहां ड्राअर से सोने के दो कड़े, एक प्रतापगढ़ का मीनाकारी हार जिसमें मोती ओर सोने की लडियां लगी थी वे लेकर चंपत हो गए। वक्त घटना रिटायर्ड एएसपी चंदनसिंह महेचा के दोनों पोते स्कूल गए हुए थे, जिससे काजल और राज को लूट का अच्छा मौका हाथ लग गया।
थानाधिकारी शिवलाल ने बताया कि घटना सामने आने के साथ ही हरकत में आई पुलिस ने आस पास के नेपाली नौकरों से पूछताछ के साथ फोटो जुटाई और सोशल मीडिया का सहारा लेकर उनका सुराग ढूंढने के साथ मुख्य आरोपी काजल और राज को डिटेन करने के साथ उनका साथ देने वाले छह और अभियुक्तों को पकड़ लिया।


