[गुरलाँ] सत्यनारायण सेन
आज के समय में कोई भी गांव जाना हो किसी रास्ते पर जाना तो मोबाइल फोन पर गुगल मैप पर सर्चिंग कर ही जातें हैं, और जिससे गुगल मैप पर बहुत गलतीयां से आमआदमी को समय के साथ ही गलत जगह पहुँच जाते हैं
ऐसा ही वाक्या भीलवाड़ा जिले में देखने को मिल रहा है गुरलाँ भीलवाड़ा में दो जगह दर्शाया गया एक गुरला (GURLA) अपने मूल स्थान पर ही स्थित है जो भीलवाड़ा जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर है जबकि दूसरा गुरर्लन (GURLAN) पुर के पास जिन्दल के पास दर्शाया गया
मूल स्थान पर नहीं पहुंच कर गलत जगह पहुँच रहे लोग
गुरला ( GURLA) गुरर्लन या गुरलाँ (GURLAN) दिखा रहा है गुगल मैप गुरला सर्च करने पर पर मुल स्थान पर पहुँच जाते हैं भीलवाड़ा से 20 किलोमीटर दूर है वर्तमान में गुरलाँ पॉड से भी सर्च करने पर भी जाया जा सकता है परन्तु बहुत बार गुरलाँ ( GURLAN) सर्च करने पर जिन्दल (भीलवाड़ा) के पास यह दर्शाता है या यात्री इस जगह पहुँच जाते हैं
परीक्षार्थी को असमंजस्य की स्थिति बनतीं
कई बार प्रतियोगिता परिक्षा में भीलवाड़ा मुख्यालय के अलावा आसपास के गांव में परिक्षा सेन्टर दिया जाता है जिसमें प्रवेश पत्र में गुरलाँ या गुरर्लन ( GURLAN) अकित होने के कारण परिक्षार्थी दूसरी जगह पहुँच जाते हैं जिससे विधार्थी को कही महिने की तैयारी का नुकसान उठाना पड़ता है