जोधपुर। जिले की रेंज स्तरीय साइक्लोनर टीम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए पाली रेंज के टॉप 10 और 3 साल से फरार 25000 के इनामी आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी सीबीआई की ओर से चल रही कमलेश प्रजापति मुठभेड़ की जांच के दौरान फरार हो गया था जिसकी पुलिस तलाश कर रही थी।
पूरे मामले को लेकर जानकारी देते हुए जोधपुर रेंज के आईजी विकास कुमार ने बताया कि टीम ने पाली रेंज के टॉप टेन इनामी आरोपियों की सूची में शामिल पाली के पुलिस थाना सांडेराव के वांछित इनामी अपराधी हड़मत सारण पुत्र दुर्गाराम जाट निवासी करना पुलिस थाना सिणधरी जिला बाड़मेर को गिरफ्तार किया है। आरोपी पिछले 3 वर्षों से फरार चल रहा था।
आरोपी कमलेश प्रजापति मुठभेड़ मामले में सीबीआई जांच में पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुआ था और फरार हो गया था।
बता दे की साल 2021 में सांडेराव पुलिस की ओर से फरार अपराधी कमलेश प्रजापति की गिरफ्तारी के लिए कार्यवाही के दौरान आरोपी कमलेश ने थाना अधिकारी की गाड़ी को टक्कर मार कर जानलेवा हमला कर दिया था। इस हमले में थाना अधिकारी बुरी तरह से घायल हो गए थे जबकि कमलेश की गाड़ी भी पूरी तरह से टूट गई थी। इस मामले में आरोपी हड़मत उसे सकुशल बचा ले गया था।
बाद में आरोपी की दस्तयाबी के लिए पुलिस की ओर से बाड़मेर में दबिश दी गई थी। इस दौरान हुई मुठभेड़ में आरोपी कमलेश प्रजापति मारा गया था। बाद में इस मामले की सीबीआई जांच की जा रही थी। इस जांच में आरोपी हड़मत को भी तलब किया गया था लेकिन वह उपस्थित नहीं हो रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए पाली रेंज आईजी की ओर से 25000 का इनाम घोषित किया गया था।
इस तरह से पकड़ा
रेंज IG विकास कुमार ने बताया कि टीम को इनपुट मिली कि जोधपुर और बाड़मेर जिले के दो बड़े इनामी आरोपी मध्य प्रदेश से मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त है। इस पर टीम एमपी में रवाना हुई। पिछले तीन दिनों से टीम मध्य प्रदेश के शहर में चाय की दुकान पर बैठकर उसकी रेकी कर रही थी। चाय की दुकान पर जब आरोपी आया और उसने दुकानदार से टीम के बारे में पूछा तो दुकानदार ने कोई जवाब नहीं दिया इस पर आरोपी को शक हो गया और वह वहां से भाग निकला। बाद में अलग-अलग गाड़ियां बदलकर छिपता रहा। अंत में उदयपुर को जाने वाली बस में बैठकर जा रहा था।
इस पर साइक्लोनर टीम ने एक सदस्य को बस में बिठाया और उसके साथ होने वाले अन्य साथियों की जानकारी के बारे में पता किया।
बाद में बस उदयपुर पहुंची तो टीम ने सुरक्षित घेराबंदी कर आरोपी को पकड़ लिया गया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसके अन्य साथी चित्तौड़गढ़ की तरफ किए गए बाद में टीम ने पूछताछ के बाद उसे पाली पुलिस को सुपुर्द कर दिया। पूछताछ में अब उससे मादक पदार्थ तस्करी को लेकर जानकारियां सामने आ सकेगी।
फरारी के दौरान आरोपी पुलिस के डर से अपने घर नहीं जा सका और लंबे समय तक घर नहीं जाने के चलते उसकी पत्नी उसे छोड़ कर चली गई। पत्नी के छोड़कर जाने के बाद आरोपी अलग अलग जगहों। पर फरारी काटता रहा और अपना स्थान बदलते रहा।