दौसा। जिले के पापड़दा थाना क्षेत्र में संदिग्ध परिस्थितियों में विवाहिता का शव मिलने के मामले का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले में सामने आया है कि गिरफ्तार एक आरोपी की मृतका से पहले ही जान पहचान थी, जिसने प्रेम-प्रसंग के चलते उसे रास्ते से हटाने की प्लानिंग बनाई और अपने दो अन्य दोस्तों के साथ उसके घर पहुंच कर हत्या की वारदात को अंजाम दिया। इस सम्बन्ध में मृतका के भाई चंद्रप्रकाश मीणा निवासी बान्यावली कोठी तन हापावास बासणा नदी ने 30 नवंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट में बताया था कि सुबह 9 बजे उसकी छोटी बहन पूजा को घर पर नहीं देखा तो आसपास तलाश किया। करीब 400 मीटर दूर पानी के टैंक के पास लेटी हुई दिखाई दी। जिसके नाक व चेहरे पर चोट के निशान थे तथा गले में चुन्नी बंधी हुई मिली। रिपोर्ट में बताया कि पूजा की शादी 2024 में ही अशोक मीणा निवासी बिनेगा थाना श्रीमहावीरजी, करौली के साथ हुई थी। परिजनों ने पूजा की हत्या में ससुराल वालों का हाथ होने की आशंका जताई थी। इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
कई टीमों का किया था गठन
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी रंजीता शर्मा के निर्देशन में अलग-अलग टीमों का गठन किया गया। साइबर सेल व विशेष टीम ने तकनीकी संसाधनों के आधार पर हत्या के आरोपियों की पहचान की। इसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश देकर डिटेन किया गया। मामले में पुलिस ने पापड़दा थाना क्षेत्र के आलूदा गांव की पीर की ढाणी निवासी जितेंद्र उर्फ जीतू मीणा, लोकेश मीणा तथा चावंडिया की ढाणी निवासी दीपक मीणा को गिरफ्तार किया है।
29 नवम्बर को मृतका के घर आए थे आरोपी
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी जितेंद्र मीणा की मृतका पूजा मीना से करीब ढाई साल पहले दोस्ती हुई थी। 29 नवंबर की रात को आरोपी अपने दोस्त दीपक व लोकेश के साथ पूजा से मिलने आया था। जितेंद्र पहले से ही शादीशुदा है, उसने पूजा को अपने रास्ते से हटाने के लिए मारपीट की। मुंह को मिट्टी में दबा दिया, जिससे वह अधमरी हालत में हो गई। बाद में दुपट्टे से गला घोटकर हत्या कर फरार हो गए। आरोपियों की गिरफ्तारी में पापड़दा थाने के एएसआई हरिराम, साइबर सेल के कांस्टेबल जगमाल सिंह, दशरथ सिंह, थाने ने के हेड कांस्टेबल गोविंद, महिपाल, महेश, अनिल, अमिताभ व असलम की टीम को सफलता मिली।