भरतपुर। जिले के डीग के मंदिर की जमीन पर खेती के विवाद में गुरुवार रात एक के बाद एक 2 जगह फायरिंग की गई। पहले जेल से छूटकर लौट रहे युवक को निशाना बनाया, फिर उसके घर जाकर चाचा-भतीजे पर गोलियां चलाईं। इस हमले में एक की मौत हो गई और 2 गंभीर घायल हैं। 10 दिन पहले भी दोनों पक्षों के बीच झगड़ा हुआ था।
एएसआई हरवीर सिंह ने बताया ओमप्रकाश की शिकायत पर पुलिस ने हरपाल के भतीजे प्रदीप और चेचेरे भाई मोहन सिंह व गुलजार को गिरफ्तार किया था। तीनों को जेल भेज दिया गया था। गुरुवार को जेल से छूटकर लौटते समय ओमप्रकाश और उसके साथियों ने इन्हें घेर लिया। मारपीट में मोहन सिंह और गुलजार तो भाग निकले, लेकिन प्रदीप को गोली मार दी गई।
इसके बाद आरोपी हरपाल के घर पहुंचे और गाली-गलौज करने लगे। जब हरिओम (44) अपने बेटे गौरव (16) के साथ बाहर आया तो उन पर भी गोलियां चला दीं। हरिओम की पेट में गोली लगने से मौत हो गई। गौरव और प्रदीप (23) को गंभीर हालत में जयपुर रेफर किया गया है।
घायलों को पहले डीग फिर भरतपुर ले गए
हरपाल तीनों घायलों को लेकर पहले डीग हॉस्पिटल पहुंचा। वहां से तीनों को भरतपुर के आरबीएम हॉस्पिटल में रेफर किया गया। हरिओम के पेट में गोली लगने से उसकी मौत हो गई। प्रदीप और गौरव की हालत को देखते हुए दोनों को आरबीएम से जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में रेफर किया गया है।
10 दिन पहले भी झगड़ा हुआ था
गांव में एक प्राचीन मंदिर है, जिसके नाम 400 बीघा जमीन है। मंदिर का पुजारी इस जमीन को हर साल बटाई पर देता है। इस जमीन की खेती के लिए दोनों पक्ष ठेका लेना चाहते हैं। इसी को लेकर दोनों पक्षों में पुरानी रंजिश चली आ रही है। 10 दिन पहले भी इसी विवाद में झगड़ा हुआ था।