जैसलमेर। जिले के खुहड़ी पुलिस थाना इलाके के घुरिया गांव की बली की ढाणी में बुधवार रात एक महिला की हत्या कर शव को एक सुनसान घर में डाल दिया। मृतका के पति ने पत्नी की हत्या को कुबूल करते हुए थाने में सरेंडर किया। वहीं मृतका के परिजनों ने हत्या में 2 युवतियों के भी शामिल होने के आरोप लगाते हुए शव को जवाहिर हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाकर धरना शुरू किया। धरने पर सीओ सिटी रूप सिंह इंदा, पूर्व प्रधान अमरदीन फकीर, पंचायत समिति सदस्य जानब खान समेत कई लोग मौजूद रहे। परिजनों की मांग है कि जब तक 2 आरोपी युवतियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, तब तक शव नहीं उठाया जाएगा।
मृतका कायमा (22) के भाई फारुख ने बताया- बहन के पति शोभारे खान (25) के अन्य महिलाओं से भी संबंध थे। जिसके चलते उसकी बहन की हत्या की गई है। उसने बताया कि बुधवार रात को करीब 10 बजे उसकी बहन को पति ने अपने घर बुलाया। गुरुवार सुबह जब पड़ोसी महिला उसके घर गई तब कायमा का शव मिला। गुरुवार अलसुबह मृतका के घरवालों को सूचना मिलने पर वो मौका स्थल पर गए, जहां कायमा की खून से सनी लाश पड़ी थी और जगह जगह चोटों के निशान मौजूद थे। इस पर पुलिस थाना खुहड़ी को सूचित किया गया और आसपास संदिग्ध जगहों पर पैरों के निशान ढके गए। पुलिस ने आकर मौका मुआयना कर जिला अस्पताल की मॉर्च्युरी में शव को रखवाया। मृतका के परिजनों ने 3 आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट पेश की, जिस पर पुलिस थाना खुहड़ी ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
जवाहिर हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी के आगे मृतका के परिजनों और समाज के लोगों ने धरना देकर मांग की है कि जब तक 2 अन्य महिलाओं को गिरफ्तार नहीं किया जाता है तब तक लाश नहीं उठाएंगे। परिजनों का आरोप हैं कि मृतका के पति का ढाणी में ही 2 और लड़कियों से अवैध संबंध हैं जिसके कारण इन तीनों ने मिलकर कायमा की हत्या कर शव को सुनसान घर में डाल दिया। हालांकि मृतका के पति शोभारे खान ने गुरुवार को ही पत्नी की हत्या करना कुबूल करते हुए पुलिस में सरेंडर कर दिया। पुलिस ने मृतका के पति शोभारे खान को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है वहीं उसके साथ हत्या में शामिल 2 संदिग्ध युवतियों की पड़ताल की जा रही है। मृतका कायमा के भाई फारुख ने बताया कि- क़ायमा पुत्री शहजादे खान का निकाह लगभग एक साल पूर्व ही आरोपी शोभारे खान पुत्र इनाम खान के साथ हुई थी। शादी के मात्र कुछ समय बाद से ही कायमा ने अपनी हत्या का अंदेशा जताया था, जिसकी जानकारी उसने अपने माता और परिवार को भी दी थी। मगर घरवालों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। जिसका खामियाजा कायमा की हत्या रूप में सामने आया।