बूंदी। जिले में एक फाइनेंस कंपनी को अपनी कार्रवाई से पीछे हटना पड़ा है। कंपनी ने श्रीराम कॉलोनी में ओम प्रकाश शर्मा के मकान को सीज कर दिया था। इस दौरान परिवार की महिलाओं और बच्चों को जबरन बाहर निकाल दिया गया। बोर्ड परीक्षा देने वाली दो छात्राओं के परमिशन लेटर भी अंदर रह गए थे। मकान में दो छात्राओं के बोर्ड परीक्षा के प्रवेश पत्र और अन्य जरूरी सामान रखा था। राजस्थान बीज निगम के पूर्व निदेशक चर्मेश शर्मा ने इस कार्रवाई पर आपत्ति जताई। उन्होंने मानवाधिकार आयोग में शिकायत करने की चेतावनी दी।
चेतावनी के बाद कंपनी के कर्मचारी तुरंत मकान पहुंचे। उन्होंने खुद अपनी लगाई हुई सील को तोड़ दिया। कंपनी को अब मकान का सारा सामान और बच्चों के शैक्षणिक दस्तावेज परिवार को वापस करने होंगे। ब्राह्मण महासभा के जिलाध्यक्ष मिथिलेश दाधीच के निर्देश पर पीड़ित परिवार की मदद के लिए युवा शाखा के पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचे। इनमें जिलाध्यक्ष विकास सनाढ्य और पीयूष शर्मा गुल्लू शामिल थे।