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June 9, 2025 2:31 am


ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी नेटवर्क का भंडाफोड़, 3 गिरफ्तार

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Pankaj Garg

सच्ची निष्पक्ष सटीक व निडर खबरों के लिए हमेशा प्रयासरत नमस्ते राजस्थान

झुंझुनूं शहर के वसुंधरा नगर में एक बड़े ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) और थाना कोतवाली पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर तीन आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई उस समय की गई जब आरोपी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पंजाब किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच चल रहे मुकाबले पर सट्टा लगा रहे थे। पुलिस ने मौके से 10,40,350 नकद, 29 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप सहित बड़ी मात्रा में सट्टा सामग्री बरामद की है, साथ ही 3 करोड़ तक के सट्टे के हिसाब का भी खुलासा हुआ है। कोतवाली पुलिस को गोपनीय सूचना मिली थी कि वसुंधरा नगर स्थित अनिल श्योराण के मकान में कुछ लोग क्रिकेट मैच पर ऑनलाइन सट्टा लगा रहे हैं। सूचना पर एसआई प्यारेलाल और एजीटीएफ के हेड कांस्टेबल विक्रम सिंह व एएसआई ओमप्रकाश के नेतृत्व में पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर दबिश दी।

मकान की दूसरी मंजिल से टीवी पर चल रहे मैच की आवाज आ रही थी। पुलिस ने कमरे में तीन व्यक्तियों को संदिग्ध अवस्था में बैठे पाया। पुलिस को देखते ही वे घबरा गए और पूछताछ में उन्होंने ऑनलाइन सट्टा लगाने की बात स्वीकार कर ली। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अनिल कुमार पुत्र अमरचंद (निवासी डाबली की ढाणी, चुरू), जितेंद्र पुत्र रामचंद्र (निवासी बिबासर, झुंझुनूं) और इंतजार अली पुत्र अजाज अली (निवासी क्यामसर, झुंझुनूं) के रूप में हुई है। पुलिस जांच में सामने आया कि ये तीनों आरोपी लैपटॉप के माध्यम से ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा संचालित कर रहे थे। वे मोबाइल फोन के जरिए सट्टे के भाव प्रसारित करते थे और बाकायदा रजिस्टर में सट्टे की खाईवाली का हिसाब भी दर्ज करते थे। पुलिस को चौंकाने वाली बात यह पता चली कि आरोपी एक-दूसरे से संपर्क के लिए ‘जूम ऐप’ का उपयोग करते थे और इसे वाईफाई राउटर के माध्यम से चला रहे थे। खास बात यह थी कि इस राउटर को बिना सिम के नेटवर्क से जोड़कर सट्टे का कार्य अंजाम दिया जा रहा था। इस तकनीकी तरीके का इस्तेमाल कर वे अपने अवैध नेटवर्क को छिपाने की कोशिश कर रहे थे।

पुलिस को मौके से बरामद रजिस्टरों और डायरियों से आरोपियों के पास लगभग ₹3 करोड़ तक का सट्टा हिसाब दर्ज मिला है, जो इस बात का संकेत है कि आरोपी लंबे समय से संगठित रूप से इस अवैध कार्य को अंजाम दे रहे थे। बरामद सामग्री में एक लैपटॉप, चार्जर, 29 मोबाइल फोन, दो कैलकुलेटर, दो एलईडी टीवी, एक स्पीकर, एक वाईफाई राउटर, 10 रजिस्टर, 5 डायरी, एक पैन, बिजली का बोर्ड, 8 मोबाइल चार्जर और 10,40,350 नकद शामिल हैं। तीनों आरोपियों से पूछताछ के बाद यह स्पष्ट हुआ कि वे बिना किसी लाइसेंस या अनुज्ञा पत्र के सट्टेबाजी कर रहे थे। वे सट्टे के भाव बताकर लोगों को दांव लगाने के लिए प्रेरित करते थे और लाइव क्रिकेट आंकड़ों का दुरुपयोग कर धोखाधड़ीपूर्वक लाभ प्राप्त करने का प्रयास कर रहे थे। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपी किन-किन अन्य लोगों से जुड़े हुए थे और इस सट्टा गिरोह का नेटवर्क किन राज्यों तक फैला हुआ है। पुलिस आशंका जता रही है कि इस नेटवर्क में कई अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं।

Author: JITESH PRAJAPAT

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