जयपुर। जिले में बेटियों का रेप करने वाले पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी दोनों बेटियों के साथ 5 साल से रेप कर रहा था। जांच अधिकारी (एडिश्नल डीसीपी) सुलेश चौधरी ने बताया कि आरोपी की पत्नी ने बताया कि पति मुझे और दोनों बेटियों को रात में नींद की दवा देता था। बेहोशी की हालत में आरोपी 8 और 11 साल की बेटी के साथ गलत काम करता था। पत्नी ने एक बार पति को बच्ची से गलत काम करते देख लिया था। विरोध किया तो पति ने बात दबा दी। करीब 6 महीने पहले भी ऐसा ही हुआ। कुछ समय पहले भी महिला ने छोटी बेटी के साथ छत पर गलत काम होते हुए देखा था। फिर विरोध किया। लेकिन आरोपी ने फिर बात को दबा दिया। सुलेश चौधरी ने बताया- दवा के कारण दोनों बेटियां स्कूल में क्लास रूम में सोती रहती थीं। इस संबंध में कई बार स्कूल ने मां को शिकायत भी की। पीड़िता ने पति को इस बारे में पूछा तो आरोपी बोला बेटियों का पढ़ने में मन नहीं होगा। इसलिए ऐसा कर रही होंगी। आरोपी जानता था की ओवर डोज होने के कारण बच्चियां स्कूल में सो रही हैं। पीड़ित मां ने पुलिस को बताया- आरोपी बेटियों की इनर वियर फाड़ देता था। सुबह बेटियां मां को बताती थी की उनके इनर वियर फटे हुए हैं। इस पर महिला उसमें टांके लगा कर उन्हें वापस दे देती थी।
दरअसल, जयपुर में एक पिता खुद की 10 और 11 साल की बेटियों का रेप कर रहा था। मां समाज और पति के डर से केस नहीं करवाना चाहती थी। लेकिन, पुलिस टीम ने हिडन कैमरे से बच्चियों और मां के बयान लेकर एफआईआर दर्ज किए। इसके बाद कई साल से बेटियों के साथ हो रहे रेप का मां ने खुलासा किया। सदर थाना पुलिस ने 26 जून को आरोपी पिता को गिरफ्तार किया था। पीड़िता को पता था की पति बच्चियों के साथ में गलत काम करता है। लेकिन डर था कि पति के अलावा कोई घर नहीं चला सकता। इसलिए कार्रवाई से डर से चुप रही। आखिर 20 जून को बेटियों के पेट में दर्द होने पर सैटेलाइट अस्पताल बनीपार्क लेकर गई थी। यहां डॉक्टर से कहा कि बेटियों की जांच करें। इनके साथ कुछ गलत हुआ है क्या? जांच में पुष्टि होने पर महिला से कारण पूछा। महिला ने पति पर शक जताया। इस पर डॉक्टर ने पुलिस कार्रवाई के लिए कहा। इस पर महिला ने कार्रवाई से मना करते हुए कहा- केवल पुलिस उसे धमका दे। इसके बाद 21 जून को डॉक्टर ने एक एनजीओ से सम्पर्क किया। महिला को काउंसलिंग करने के लिए बुलाया। काउंसलिंग के बाद एनजीओ की टीम ने डीसीपी वेस्ट को शिकायत दी। इसके बाद 22 जून को को सदर थाने में आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई। 26 जून को आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।