चित्तौड़गढ़। जिले में मंगलवार को धनतेरस का पर्व मनाया गया। चित्तौड़गढ़ जिले में इस बार लगभग 60 करोड़ की खरीददारी की गई। इसमें ऑटोमोबाइल सेक्टर को अलग रखा गया है। सोने-चांदी के भी भाव में तेजी होने के बावजूद भी सर्राफा बाजार में पिछले साल की तुलना में 15 प्रतिशत ज्यादा का कारोबार हुआ। देर रात तक ज्वेलरी शॉप के साथ मार्केट खुला रहा और लोग खरीददारी करते हुए दिखे। इस बार जिले में सर्राफा बाजार में लगभग 12 से 13 करोड़ रुपयों की खरीददारी हुई है। हालांकि मध्यम वर्ग के अधिकतर परिवारों ने इस ओर अपनी दूरी बनाई रखी।
इन्वेस्टमेंट मानकर की सोने-चांदी की खरीददारी
मंगलवार को धनतेरस पर्व पर खरीददारी के चलते देर रात तक मार्केट में चहल पहल बनी रही। लोग सोने चांदी, बर्तन सहित अन्य सामान खरीदने को लेकर उत्सुक थे। इस साल सोने-चांदी के भाव भी आसमान छू रहे है। सोना धनतेरस के दिन 82000 रुपए के 10 ग्राम के हिसाब से बिके जबकि चांदी का भाव मंगलवार को 99000 रुपए प्रति किलो था। राजस्थान सर्राफा संघ के प्रदेश महामंत्री किशन पिछोलिया ने बताया कि धनतेरस में पिछले साल की तुलना में 15 प्रतिशत ज्यादा कारोबार हुआ है। इस साल लगभग 12 से 13 करोड़ रुपए की खरीददारी हुई है। इस बार लोगों ने सोने-चांदी के सिक्के, कलदार के अलावा सोने चांदी के बार भी बहुत खरीदे। भाव बढ़े हुए थे लेकिन लोगों ने इसे इनवेस्टमेंट मानते हुए खरीदा है। हालांकि मध्यम वर्ग के परिवारों ने थोड़ी दूरी रखी। लेकिन सक्षम वर्ग के परिवारों ने कोई कंजूसी नहीं की।
लोगों ने लोकल वेंडर पर जताया भरोसा
इस बार सर्राफा बाजार ही नहीं, बल्कि हर सेक्टर में मुनाफा हुआ है। बर्तनों के दुकान में भी खरीददारी हुई है। लगभग 1.5 करोड़ रुपए के बर्तन खरीदे गए है। पिछले साल के हिसाब से देखा जाए तो यहां भी 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा ऑटो मोबाइल सेक्टर को छोड़कर चित्तौड़गढ़ जिले में 60 करोड़ रुपए की कुल खरीददारी हुई है। लोगों ने इस बार कई तरह की शॉपिंग में अपने रुपए खर्च किए है। व्यापारी मंडल भी अच्छे मुनाफे को देखते हुए खुश है। लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवाह्न के बाद लोकल विक्रेताओं से माल खरीदने पर ज्यादा ध्यान दिया। हालांकि कई लोग ऑनलाइन से भी जुड़े होंगे और जमकर खरीददारी की होगी लेकिन बाजार में इस बार का मुनाफा देखने के बाद लगता है कि लोगों ने इस बार लोकल वेंडर पर अपना भरोसा जताया।