दौसा। प्रदेश में दौसा समेत 7 सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनावों की वोटिंग होनी है। जीतने के लिए भाजपा और कांग्रेस समेत अन्य प्रमुख पार्टियों ने पूरी ताकत झोंक दी है। इस बीच गुर्जर समाज के स्नेह मिलन समारोह में कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने नानी का दंड नवासा को देने की कहावत का जिक्र करते हुए कहा- मैं कई बार गलतियां कर जाता हूं, लेकिन उसका दंड मेरे भाई जगमोहन को नहीं मिलना चाहिए। डॉ. मीणा ने कहा- मैंने अभी तक जो गलतियां की हैं, उनके लिए माफी मांगता हूं और भविष्य में गुर्जर समाज के राजनैतिक प्रभाव को बढ़ाने के लिए साथ दूंगा। मैं कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की तरह उग्र हूं तो मेरा भाई जगमोहन भी सचिन पायलट की तरह सौम्य-सरल है। बता दें कि दौसा विधानसभा सीट से इस बार भाजपा ने डॉ. किरोड़ी मीणा के भाई जगमोहन मीणा को उम्मीदवार बनाया है।
चुनाव जीतने पर मेरा और बेढम का प्रमोशन पक्का
उन्होंने कहा- सचिन पायलट दौसा में मजबूरी में प्रचार करने आएंगे, क्योंकि अशोक गहलोत आ चुके हैं। पायलट नहीं आए तो गहलोत दिल्ली में शिकायत करेंगे, इसलिए समाज के लोग पायलट की बात सुनना, लेकिन एक कान से सुनकर दूसरे से निकाल देना। क्योंकि दौसा का उपचुनाव मेरी और गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह की प्रतिष्ठा का चुनाव है। चुनाव जीतने के बाद हम दोनों को सरकार में प्रमोशन पक्का है। किरोड़ी ने सचिन पायलट को सीएम नहीं बनने देने को लेकर षड़यंत्रों का भी जिक्र किया और पायलट के कार्यों की तारीफ की।
विकास की कड़ी जोड़ने के लिए वोट दें
समारोह में मुख्य अतिथि गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा- मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान प्रदेश विकास के पथ पर अग्रणी है। ऐसे में दौसा विधानसभा उपचुनाव में कड़ी से कड़ी जोड़ने के लिए भाजपा उम्मीदवार जगमोहन मीणा को जिताना होगा, जिससे दौसा क्षेत्र का चहुंमुखी विकास हो सके। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी के लिए गुर्जर समाज के प्रबुद्ध लोगों से समर्थन मांगा।
कैंडिडेट पर आपके वोटों की बरसात होगी
कृषि मंत्री ने धनतेरस का जिक्र करते हुए कहा- आज धनतेरस पर धन बरसेगा तो कैंडिडेट पर भी आपके वोटों की बरसात होगी ऐसा मुझे विश्वास है। उन्होंने कहा गुर्जर समाज का ऐतिहासिक आंदोलन चला और गौरवशाली इतिहास रहा है। समारोह में गुर्जर समाज के प्रदेश अध्यक्ष मनफूल सिंह पटेल समेत अनेक प्रदेश व जिला स्तरीय नेताओं के साथ स्थानीय लोगों की मौजूदगी रही।