टोडाभीम। क्षेत्र के गांव मोहनपुरा में लेपर्ड के मूवमेंट से ग्रामीणों में दहशत है। ग्रामीण रातभर जाग कर समय गुजार रहे हैं। ग्रामीण वन विभाग की तरफ मदद की उम्मीद लगाए हुए हैं, लेकिन अभी तक ग्रामीणों को विभाग द्वारा किसी तरह का सहयोग नहीं मिला है। इसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। हालांकि वन विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर लेपर्ड के पगमार्क चिह्नित किए हैं। इस संबंध में बालघाट बन नाका टीम ने रेंजर गुढाचंद्र को लेपर्ड के मूवमेंट की पुष्टि की रिपोर्ट भी पेश कर दी, लेकिन अभी तक रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू नहीं किया गया है। पूर्व सरपंच सतीश मीना ने बताया कि रोजाना रात को गांव में लेपर्ड का मूवमेंट होता है। जिसके कारण लोग दहशत में हैं। यहां तक की रात को घरों से कोई बाहर नहीं निकलता। वहीं दूसरी तरफ वन विभाग ने अभी तक रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू नहीं किया है।
बकरियों को बना चुका अपना शिकार
ग्रामीणों ने बताया कि 5-6 दिन से लगातार गांव में लेपर्ड का मूवमेंट बना हुआ है। ग्रामीणों के मुताबिक 2 दिन पहले गांव में ही रमेश हरिजन की बकरी का शिकार किया गया। इसके बाद रविवार शाम को भी एक और बकरी का शिकार कर लिया था। पूर्व सरपंच सतीश महर ने बताया कि वन विभाग के अधिकारियों को कई बार इस संबंध में अवगत करवाने के बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जिसके कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। डीएफओ सुमित बंसल ने कहा की पगमार्क मिले हैं। गांव में टीम तैनात कर दी है। लेपर्ड के पगमार्क नदी की तरफ मिले हैं। गांव में विभाग की टीम तैनात है। ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है।


