दौसा। जिले में विधानसभा उपचुनाव की सरगर्मी बढ़ती जा रही है। चुनाव के प्रचार कैंपेन की पार्टियों के बड़े नेताओं ने कमान संभाली है। इस कड़ी में भाजपा के दिग्गज नेताओं ने भी पूरी ताकत झोंक दी है। शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर मंगलवार को दौसा के दौरे पर रहे। यहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा- हमारी पीढ़ियां राम का नाम लेते हुए खप गई, लेकिन कांग्रेस ने तो भगवान राम के अस्तित्व को ही झूठला दिया। कांग्रेस राम विरोधी पार्टी है। भाजपा की केंद्र सरकार ने राम मंदिर बनाकर हिन्दू गौरव को फिर से स्थापित किया है। उन्होंने कहा- गोविन्द सिंह डोटासरा ने कांग्रेस शासन में पेपर लीक कर युवाओं के साथ विश्वासघात किया। उसकी जांच चल रही है, कार्रवाई भी होगी। वो आए दिन ऊल-जलूल बयानबाजी कर रहे हैं, वह उनकी बौखलाहट को दिखाता है।
उन्होंने कहा- जब कांग्रेस के पास राज्य सरकार के खिलाफ बोलने को कुछ नहीं है तो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा झूठे, मनगढ़ंत आरोप लगाकर जनता को उपचुनाव में बरगलाना चाहते हैं, लेकिन डोटासरा यह भूल जाते हैं कि उनके काले कारनामों की छाया जनता को अभी भी याद है और उपचुनाव में जनता डोटासरा की झूठ और अनर्गल बातों का करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा- पिछले 5 साल के शासन में कांग्रेस ने जिस बेरहमी से प्रदेश की जनता के साथ अन्याय और अत्याचार किया, वह इतिहास में दर्ज होने लायक है। बेरोजगारों को भर्ती के नाम पर इतना ठगा की, जिसकी कोई तुलना नहीं की जा सकती। भर्ती परीक्षा के पेपर बेचकर बेरोजगारों के भविष्य से भी अपने दलालों के जरिए कमाई की और अब उपचुनाव को देखकर जनता को बेवकूफ बनाने के लिए भाजपा सरकार पर मनमाने झूठे आरोप लगा रहे हैं।
कई सवालों के जवाब टालते रहे
प्रेस वार्ता के दौरान दिलावर कई सवालों के जवाब टालते रहे। किसान आंदोलन के सवाल पर उन्होंने कहा- मैंने वहां जाकर देखा नहीं। लेकिन सिखों के हत्याकांड के दूसरे सवाल पर मंत्री ने कहा- मैंने पढ़ा था। हालांकि किसान आंदोलन की खबरें मीडिया में छपे होने के सवाल पर मंत्री ने कहा कि हो सकता है, उस वक्त मैं कहीं गया हूं।
बोले-यह सच है कि गोलियां तो चली है
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट द्वारा भाजपा सरकार में गोली चलवाने व लोगों को लड़वाने के आरोपों का जवाब देते हुए दिलावर ने कहा- यह सच है की गोलियां तो चली है, लेकिन कांग्रेस ने जितने लोगों की हत्या करवाई। उतना कभी नहीं हुआ। उन्होंने दिल्ली में सिखों को मारा और उन्हीं लोगों को मंत्री बनाया। यहीं नहीं सिख विरोधी दंगों के सवाल पर कांग्रेस कहती है कि बड़ा बरगद गिरता है तो कंपन तो होगा। वो हजारों लोगों की हत्या को छोटा सा कंपन मानते हैं। इसलिए कांग्रेस पार्टी हमेशा हत्यारों पक्ष में खड़ी रहती है।