बाड़मेर। जाली नोट मामले में आरोपी से अब विभिन्न सुरक्षा एजेसियां संयुक्त पूछताछ करेगी। वहीं, जयपुर से एनआईए (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) टीम भी पहुंची। आरोपी से पूछताछ कर रही है। एएसजी की टीम ने भी आरोपी से पूछताछ की है। बालोतरा जिले में बड़ी मात्रा में नकली नोट की खेप मिलने के बा सुरक्षा एजेसियां भी सतर्क हो गई है, आरोपी से एक्टिव नेटवर्क के बार में पता लगाने के लिए पूछताछ कर रही है। वहीं पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर पांच दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है। अब तक की पूछताछ में आरोपी ने जालोर से जाली नोट लाने व बाड़मेर जिले सहित आसपास के इलाके में खपाने की बात कबूल की है। टीमें आरोपी के साथ जाली नोटों के धंधे में शामिल आरोपियों व सक्रियता को लेकर पूछताछ कर रही है। एनआईए की टीम जाली नोटों की खेप सरहदी जिले तक पहुंचने व इसमें लिप्त नेटवर्क को खंगालने में जुटी हुई है।
5 दिन के पुलिस रिमांड पर
एसपी कुंदन कंवरिया ने पूरे मामले की जांच बालोतरा सीआई ओमप्रकाश को दी गई है। ओमप्रकाश ने सोमवार को जिला एवं सेशन न्यायधीश बालोतरा में पेश किया गया। वहां पर कोर्ट ने आरोपी को 5 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। अब अलग-अलग सुरक्षा एजेसियां आरोपी से पूछताछ करेगी।
1795 नोट मिले जाली नोट, जांच-पड़ताल जारी
बालोतरा शहर व आस-पास के ग्रामीण इलाकों में नकली नोट बेचने की सूचना मिलने पर एसपी कुंदन कंवरिया के निर्देशन में डीएसटी प्रभारी गोमाराम बांगड़वा मय टीम आरोपी पर नजर रखे हुए थी। 2 नवंबर की देर रात को डीएसटी टीम ने ब्रह्मधाम आसोतरा के पास एक बंद होटल के करीब जसोल पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई की थी। इस दौरान बाइक सवार आरोपी बोरावास तिलवाड़ा हाल गांधीपुरा निवासी भरत से पूछताछ कर तलाशी ली। बैग से 500-500 रुपए के 8 लाख 97 हजार रुपए के जाली नोट बरामद हुए। इस पर आरोपी को गिरफ्तार कर जसोल थाना में मामला दर्ज किया गया।
बाइक के काले बैग में मिली दो थैलियों में जाली नोट
टीम ने नाकाबंदी कर रुकवाई बाइक की तलाशी लेने पर बैग में में दो थैलियों के अंदर-अंदर 500-500 रुपए के नोटों की 9-9 गड्डियां मिली। कुल 18 गड्डियां मिली। एक थैली मिली गड्डियों में सीरियल 5fb और दूसरी थैली में मिली गड्डियां में की सीरियल 9DD है।
नकली नोट में नहीं थी गांधीजी की तस्वीर
पुलिस ने जब पकड़े नोटों की बारिकी से जांच की गई तो नोटों की बाजार प्रचलन नोटो से अलग थे। असली नोट पर उभरी हुई छपाई होती है मगर इस नोट एकदम चिकने है। नोटों के पीछे सफेद जगह पर गांधीजी का पारदर्शी फोटो नहीं था। आरोपी के पास एक वीवो कंपनी का काले रंग का मोबाइल मिला है। पुलिस ने उसे भी जब्त कर लिया है।
25 हजार रुपए की एवज में 1 लाख रुपए नकली नोट मिलते
पूछताछ में आरोपी ने उक्त जाली नोट की खेप तीसरी बार लाना बताया। सामने आया कि आरोपी जालोर के जीवाणा-बागोड़ा क्षेत्र से नकली नोट की खेप लाता था। उसे 25 हजार रुपए की एवज में 1 लाख के नकली नोट मिलते थे, इसे वह बाजार में 40 हजार रुपए में बेचता था। बालोतरा के अलावा गुजरात में भी अपने दोस्तों व रिश्तेदारों के मार्फत असली नोटों के साथ जाली नोट चलाने का काम करते थे। पूछताछ में आरोपी ने उसके साथियों के बारे में बताया, लेकिन पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए इसके पूरे नेटवर्क का खुलासा कर जाली नोट सप्लाई करने वाले गिरोह तक पहुंचने के लिए पड़ताल में जुटी हुई है। जल्द अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जा सकता है।