अजमेर। यूपी और बिहार के 5 युवकों को होटल के कमरे में बंधक बनाकर थर्ड डिग्री टॉर्चर करने और उनके परिजन से पांच-पांच लाख रुपए फिरौती की डिमांड करने के मामले में अजमेर की क्रिश्चियनगंज और गेगल थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पीड़ितों का कहना है कि मिल्कीपुर (अयोध्या) निवासी अखिलेश यादव उन्हें काम दिलाने का झांसा देकर अजमेर लाया था। यहां होटल शिवम पैलेस के 2 कमरों में इन्हें बंधक बना लिया गया। अखिलेश उन्हें धर्मेश्वर गौड़ और उसके साथियों को सौंपकर भाग गया। दरअसल अखिलेश और धर्मेश्वर गौड़ के बीच लाखों रुपए के लेनदेन का विवाद चल रहा था। गौड़ और उसके साथियों ने अखिलेश से वसूली जाने वाली राशि के एवज में पांचों युवकों को बंधक बनाया और मारपीट कर परिजनों से पांच-पांच लाख रुपए की डिमांड की। एसपी वंदिता राणा के निर्देश पर पुलिस आरोपियों के अन्य साथियों की तलाश में जुटी है। पुलिस के अनुसार बक्सर बिहार निवासी वीरेंद्र कुमार ओझा ने रिपोर्ट में बताया है कि अयोध्या निवासी अखिलेश यादव अजमेर में काम दिलाने का आश्वासन देकर उसके दोस्त अभिषेक, यशवंत, सोमेंद्र और सिद्धार्थ को अजमेर लाया था। 6 नवंबर को अखिलेश ने होटल शिवम पैलेस में पांचों को ठहराया। इसके बाद अखिलेश गायब हो गया। धर्मेश्वर गौड़ और उसके सात-आठ साथियों ने होटल के कमरों में उन्हें बंधक बना लिया। आरोपी मारपीट करते रहे और उनके मोबाइल फोन से कॉल कर अखिलेश यादव से संपर्क का प्रयास करते रहे। दूसरे दिन धर्मेश्वर और उसके साथी कार में उन्हें जबरन बैठाकर गांव में ले गए। वहां भी सुनसान जगह पर बंधक बनाकर उनके साथ मारपीट की गई। गांव से वापस होटल के कमरे में लाकर उन्हें बंद कर दिया गया। इस बीच आरोपियों ने उन्हें धमकाया कि अपने-अपने परिजनों को फोन कर कहा कि पांच-पांच लाख रुपए भेजो, वरना जान से मार देंगे। आरोपियों ने ओझा के एटीएम से 20 हजार रुपए निकाल लिए और उसके अन्य 2 साथियों से 10000 रुपए ट्रांसफर करवा लिए। जैसे-तैसे उन्होंने अपने परिजनों के जरिए पुलिस को सूचना करवाई थी। इसके बाद आरोपी उन्हें होटल में छोड़कर भाग गए।
पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ दर्ज हैं मुकदमे
पुलिस ने घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में आरोपियों को चिह्नित किया। आरोपी रूपनगढ़ निवासी दीपेंद्र उर्फ दीपू, कुचामन सिटी निवासी दारा सिंह गुर्जर, रूपनगढ़ निवासी राजेंद्र बावरी और उस्मान खान को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी दीपेंद्र सिंह के खिलाफ रूपनगढ़, गांधीनगर, किशनगढ़ पुलिस थानों में विभिन्न आपराधिक मामलों के 9 मुकदमे विचाराधीन हैं। आरोपी उस्मान खान के खिलाफ रूपनगढ़ में जानलेवा हमले के मामले में मुकदमा विचाराधीन है। पुलिस मामले में मुख्य आरोपी अयोध्या निवासी अखिलेश यादव और धर्मेश्वर गौड़ की तलाश कर रही है।
लेनदेन के विवाद में पांचों को लेबर दलाल के हवाले कर भाग गया
पुलिस तफ्तीश में सामने आया है कि लेबर दलाल अखिलेश और धर्मेश्वर उर्फ सनी यूपी-बिहार से युवकों को काम दिलाने के बहाने से अजमेर लाते हैं। दोनों के बीच लाखों रुपए के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था। यही कारण है कि अखिलेश पीड़ित पांच युवकों को अजमेर लाया तो धर्मेश्वर गौड़ ने उससे राशि की डिमांड की थी। अखिलेश राशि के बदले में पांचों युवकों को धर्मेश्वर के हवाले कर भाग गया था।