अजमेर। जिले के दरगाह थाना क्षेत्र स्थित 800 साल पुराने जैन मंदिर में चोरी के मामले में फरार एक और आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी वारदात के बाद चार महीने से फरार था। मामले में सारोठ के मुख्य आरोपी व चोरी का माल खरीदने वाले बीकानेर के सुनार और एक हिस्ट्रीशीटर को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। चांदी के छत्र को गलाकर बनाई गई सिल्ली भी बरामद की गई। दरगाह थाना प्रभारी नरेन्द्र जाखड़ ने बताया- 21 जून को प्रदीप पाटनी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। रिपोर्ट में बताया- रात के समय अज्ञात चोर गुफा वाले जैन मंदिर का ताला तोड़कर भगवान की मूर्ति पर लगे नौ चांदी के छत्र चोरी कर ले गए। अब मामले में नवल नगर लोंगिया मोहल्ला निवासी राजेन्द्र पुत्र किशनलाल को गिरफ्तार किया गया है।
मुख्य आरोपी, सुनार और अन्य पहले ही गिरफ्तार
पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर करीब 200 सीसीटीवी फुटेज देखें। फुटेज में चार संदिग्ध व्यक्ति नजर आए। ये रोडवेज बस स्टैंड के पास से कुचामन सीकर की तरफ जाने वाली प्राइवेट बस में बैठते देखे गए। इसके बाद मुख्य आरोपी सोहनलाल (36) पुत्र पेमाराम रेदास निवासी रेगरान मौहल्ला बस स्टैंड के पास मारोठ जिला डीडवाना-कुचामन को पकड़ कर पूछताछ की तो चोरी करना कबूल किया। उसने बताया कि चोरी किए गए छत्र शिवप्रकाश पुत्र लक्ष्मीनारायण सोनी निवासी कालुरोड ट्युबेल के पास कालुबास श्रीडुगरगंढ जिला बीकानेर को बेचना बताया। शिव प्रकाश ने पुछताछ करने पर चांदी के छत्रो को गलाकर एक सिल्ली बनाना बताया। 356 ग्राम की सिल्ली बरामद की। इसके बाद पुलिस ने बलराम उर्फ भालाराम (28) पुत्र धर्माराम निवासी ग्राम चाडवास पुलिस थाना छापर जिला चुरू को भी गिरफ्तार कर लिया।