नीमकाथाना। फेरों के बाद दूल्हे ने दहेज में पांच लाख रुपए और एक बुलेट बाइक की डिमांड कर डाली। नाराज दुल्हन ने उसके साथ जाने से इनकार कर दिया। इसके बाद परिजनों के साथ थाने पहुंच गई और दूल्हे के खिलाफ दहेज मांगने और बदतमीजी करने का मामला दर्ज करवा दिया। इससे पहले वधू पक्ष के लोगों ने दिनभर दूल्हे को बैठाकर रखा और शादी में खर्च हुए रुपए वापस देने की मांग की। शाम को सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दूल्हे को थाने लेकर आई। मामला नीमकाथाना जिले का है। यहां के एक गांव की रहने वाली युवती (21) की शादी चला निवासी विक्रम सिंह (30) पुत्र करणसिंह के साथ तय हुई थी। 12 नवंबर को विक्रम बारात लेकर पहुंचा। रात को पहले आशीर्वाद समारोह हुआ और इसके बाद फेरों की रस्म हुई। 13 नवंबर (बुधवार) को सुबह विदाई की रस्म हो रही थी। दुल्हन और उसके परिजन का आरोप है कि इसी दौरान दूल्हे ने पांच लाख रुपए और बुलेट बाइक की डिमांड कर डाली। दूल्हा विक्रम आईटीबीपी में जम्मू-कश्मीर में तैनात है जबकि दुल्हन ने बीएड कर रखी है।
दूल्हे समेत 5 लोग शांति भंग में गिरफ्तार
कोतवाली थाना अधिकारी हरि नारायण मीणा ने बताया- दुल्हन पक्ष की ओर से दहेज और दूल्हे द्वारा बदतमीजी, गाली-गलौज करने का मामला दर्ज करवाया गया है। पुलिस ने नीमकाथाना के ढाणी पिपली वाली चला निवासी दूल्हे विक्रम, उसके पिता करण सिंह, भाई राजवीर और मामा कैलाश व करण सिंह को शांति भंग में गिरफ्तार किया है।
डिमांड पूरी नहीं करने पर गाड़ी में जाकर बैठ गया
दूल्हन ने बताया- दूल्हे और उसके दोस्त शराब पीकर आए थे। दूल्हे ने उसके साथ, घरवालों और रिश्तेदारों से बदतमीजी की। महिलाओं के साथ छेड़खानी और गाली-गलौज की। 5 लाख रुपए और बाइक की डिमांड भी की। जब डिमांड पूरी नहीं करने की बात कही तो उसने मुझे ले जाने से मना कर दिया। उसने मेरा हाथ पकड़कर जबरदस्ती खींचा और गाड़ी में जाकर बैठ गया। इससे पहले फेरों के समय उसने मेरा हाथ दबा दिया था। मैंने दर्द होने पर छुड़वाने की कोशिश की तो मुझसे कहा कि चुपचाप बैठ जा, नहीं तो यहीं छोड़ जाऊंगा। उसने मेरी मां को भी गाली निकालना शुरू कर दिया।
दूल्हे को वहीं बैठा लिया, दुल्हन भेजने से किया मना
इतना सब होने के बाद दुल्हन पक्ष के लोगों ने दूल्हे विक्रम को वहीं बैठा लिया। साथ ही दुल्हन को भेजने से भी मना कर दिया। दूल्हे को शाम तक बैठाए रखा। इसके बाद दूल्हे का पिता नीमकाथाना कोतवाली थाने पहुंचा और इसकी जानकारी दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जानकारी जुटाई। दूल्हे विक्रम और उसके पिता को थाने लेकर आई। दुल्हन पक्ष के लोगों का कहना है कि अब वे दुल्हन को नहीं भेजेंगे। शादी में जितना भी खर्च हुआ है, वह खर्च देना पड़ेगा।
भाई करते हैं मजदूरी
दुल्हन के पिता का निधन हो चुका है। दो भाइयों ने उसे और अन्य दो बहनों को मजदूरी कर पाला। बड़ा भाई ईंट भट्टों पर काम करता है, जबकि छोटा भाई ट्रैक्टर चलाता है। दुल्हन ने बताया कि जिस तरह से दूल्हा बदतमीजी और दहेज की डिमांड कर रहा था, उसे देखते हुए उसने उसके साथ जाने से इनकार कर दिया।
दूल्हा बोला- दहेज की कोई बात नहीं, जूतों को लेकर हुआ विवाद
मामले में दूल्हे विक्रम सिंह का कहना है कि दहेज या बदतमीजी जैसी कोई बात नहीं थी। सवेरे विदाई के समय जूते छिपाने की रस्म को लेकर कुछ विवाद हो गया था। दोस्तों ने शराब पी हो या बदतमीजी की हो तो उसका मुझे पता नहीं है।