झालावाड़। देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव के दौरान सनरावता गांव में विवाद को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मीणा समाज के लोगों ने प्रदर्शन किया। समाज के लोगों ने झालावाड़ जिला प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपकर उचित कार्रवाई करने की मांग की। एडवोकेट प्रेमचंद मीणा की अगुवाई में मुख्यमंत्री के नाम झालावाड़ कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में बताया कि रात के 9 बजे के अंधेरे में गांव में ग्रामीणों और नरेश मीणा के समर्थकों पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले फेंकर लाठीचार्ज किया, जो निंदनीय है। इस प्रकार से पुलिस प्रशासन ने रात के अंधेरे में ग्रामीणों पर अनुचित और अमानवीय तरीके से बल प्रयोग किया है। उसकी हम घोर निंदा करते हैं। मतदान एक स्वेच्छिक प्रक्रिया है और किसी से भी उसकी इच्छा के विपरीत मतदान नहीं करवाया जा सकता है। यह एक संवैधानिक अधिकार है, लेकिन वहां की जिला कलेक्टर और एसडीएम ने गांव वालों को डरा धमकाकर भय दिखाकर अपने पद का दबाव बनाकर मतदान करवाया, जिससे समरावता गांव का माहौल खराब हुआ। समाज के लोगों ने कहा कि हमारी सरकार से अपील है कि पुलिस प्रशासन के द्वारा जो निर्दोष लोगों को गिरफ्तार किया है, उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं करे और जल्द ही उन्हें रिहा करे और गांव के निर्दोष लोगों को जो नुकसान हुआ, उसकी क्षतिपूर्ति सरकार जल्द करे और जो दोषी अधिकारी हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही नरेश मीणा जो वाजिब मांग की लड़ाई लड़ रहे थे। उसको जल्द रिहा करें और गांव में हुए पूरे घटनाक्रम की न्यायिक जांच करवाई जाए।
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नरेश मीणा मामले को लेकर झालावाड़ में प्रदर्शन : दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई और न्यायिक जांच कराने की मांग
Pankaj Garg
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