दीपक विश्नोई पर 25 हजार रुपये का इनाम था। दोनों ही आरोपी अत्यंत शातिर थे और तकनीकी उपकरणों का प्रयोग नहीं करते थे। दीपक विश्नोई ने ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए जेल प्रहरी की नौकरी हासिल की थी।
बाद में उसने अपनी पत्नी सुमन को भी हवालात की हवा खिलानी पड़ी।दीपक ने भर्ती माफियाओं के साथ मिलकर कई भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक कर लाखों रुपये कमाए।
उसने अपनी पत्नी के लिए भी फर्जी डिग्री हासिल की और उसे पीटीआई बनवाया।दीपक ने फर्जी डिग्रियां बेचकर करोड़ों रुपये कमाए हैं।
केएसओजी के निर्देशन में पेज स्तरीय साईकलोनर टीम के निर्देशन में रेंज स्तरीय साईकलीगर टीम ने जीतेन्द्र सिंह निरीक्षक पुलिस, कन्हैयालाल, सरोज , देवाराम विश्नोई उप निरीक्षक पुलिस के नेतृत्व में हैड कानि गजराजसिंा एटीएस जयपुर महेन्द्र, महीपाल एवं मनीष, राकेश, अशोक परिहार, हरीराम, अशोक बांगडया, कानि साईकलोनर सेल तथा स्ट्रॉग टीम से से कानि झूमर राकेश, जीगाराम शेखर, रोहिताश, तथा आईआरएफ से कानि संजय रामकिशोर, पूनीराम, देवीलाल, भन्नाराम, प्रकाश राम, किशोर राम, उम्मेदराम दुर्गाराम, चैनमीरसिंह नेताराम व पप्पाराम, मनोहर, भंवर अतिरदिनेश कमाण्डोजर मोतीसिंह, राजेन्द्र, अरुण कुमार ड्राईवर तथा श्रृंगारी हैट कानि, महिला कानि.
सुमित्रा, पूजा व भगवती आदि तथा स्थानीय थानाभिकारी कापरता सुरेन्द्र दुगस्तावा मम जाप्ता की अलग-अलग टीमों का गठन कर कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
वांछित अपराधियों के बारे में सम्पूर्ण आसूचना संकलन का कार्य करने में साईक्लोनर सैल के राकेश एवं मनीष परमार कानि की विशेष भूमिका रही।
महानिरीक्षक पुलिस विकास कुमार, जोधपुर रेंज, जोधपुर ने बताया कि उक्त कार्रवाई में शामिल समस्त सदस्यों को विशेष कार्यक्रम के दौरान जोधपुर रेंज कार्यालय में सम्मानित किया जाएगा।
Author: AKSHAY OJHA
namasterajsthan