दौसा। जिले में जमीनी विवाद में एक परिवार बीती रात से टंकी पर चढ़ा हुआ है। परिवार ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया है। वहीं, टंकी से परिवार की तरफ से ज्वलनशील पदार्थ की नीचे फेंकी गई। इससे पुलिस-प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। किसी प्रकार की अनहोनी की आशंका के चलते सिविल डिफेंस की टीम को भी मौके पर तैनात किया गया है। दौसा के मेहंदीपुर बालाजी थाना क्षेत्र के भालपुर गांव में करीब 15 घंटे से निर्माणाधीन पानी की टंकी पर चढ़े रिंकेश मीणा, उसकी पत्नी सुनिता, अजय व मनीषा मीणा को उतारने के लिए समझाइश की जा रही है। सिकराय एसडीएम डॉ नवनीत कुमार, मानपुर डिप्टी एसपी दीपक मीणा व थाना इंचार्ज गौरव प्रधान समेत पुलिस-प्रशासन अमला मौके पर मौजूद हैं। टंकी पर चढ़े लोगों की मांग है कि विवाद का समाधान करने के लिए महवा विधायक राजेंद्र मीणा को मौके पर बुलाया जाए, उनके आश्वासन के बाद ही वे नीचे उतरेंगे। जमीनी विवाद में एकतरफा कार्रवाई से नाराज एक ही परिवार के 4 लोग पानी की टंकी पर चढ़ गए। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंच समझाइश के प्रयास किए, लेकिन वे नहीं माने और टंकी पर ही चढ़े रहे। चारों लोग ठंड के बीच पूरी रातभर टंकी पर बैठे रहे। सुबह उन्होंने एक खाली पीपी नीचे फेंकी। जिसमें ज्वलनशील पदार्थ भरा था, ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है।
गेहूं की सिंचाई के पाइप काटने का आरोप
पानी की टंकी पर चढ़ने वाले पक्ष का आरोप है कि गांव के ही दूसरे लोगों ने उनकी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर रखा है। उन्होंने गेहूं की सिंचाई के लिए पाइप डाले हुए थे जिन्हें दूसरे पक्ष ने काट दिए। इस बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। जिसे लेकर एक पक्ष द्वारा पुलिस थाने में कार्रवाई के लिए रिपोर्ट दी। आरोप है कि पुलिस ने पीड़ित पक्ष के ही युवक को गिरफ्तार कर लिया। जबकि दूसरे पक्ष के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। पीडि़त कहना था कि दूसरे पक्ष द्वारा उनकी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा किया हुआ है। इसके बारे में अधिकारियों को कई बार ज्ञापन देने के बावजूद कार्रवाई नहीं की जा रही। इसके विपरीत उनके परिजनों को ही गिरफ्तार करने की एकतरफा कार्रवाई की गई। थाना इंचार्ज गौरव प्रधान का कहना है कि टंकी पर चढ़े लोगों से समझाइश कर नीचे उतारने का प्रयास कर रहे हैं।