झुंझुनूं। राज्य बीमा एंव प्रावधायी निधि विभाग झुंझुनूं में कर्मचारियों की आईडी का गलत इस्तेमाल कर रिटायर्ड कर्मचारी के द्वारा 62 लाख रूपए का फर्जीवाडा करने का मामला सामने आया है। विभाग के रिटायर्ड कर्मचारी के द्वारा बीमा क्लेम उठा लिया गया। लॉन, ब्याज और पैनल ब्याज भी नहीं घटाया गया। इस संबंध में राज्य बीमा एंव प्रावधायी निधि विभाग झुंझुनूं की संयुक्त निदेशक योगबाला सुण्डा ने विभाग से सेवानिवृत सहायक निदेशक जगदीश प्रसाद के खिलाफ झुंझुनूं कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया है।
जिसमें बताया कि सहायक निदेशक जगदीश प्रसाद शर्मा ने रिटायर्ड होने से पहले डयूटी के दौरान विभाग के अन्य कर्मचारियों की आइडी व पासवर्ड का गलत इस्तेमाल कर खुद का राज्य बीमा क्लेम उठा लिया।
पहले के लोन, ब्याज व पैनल ब्याज को नहीं घटाया गया। इसके अलावा लेजर में कूटरचित तरीके से लोन की राशि 6 लाख रूपए एवं इस पर ब्याज 1 लाख 20 हजार रुपए की गलत एंट्री कर दी गई। राज्य बीमा के लोन, मूल राशि और ब्याज का समायोजन नहीं करते हुए 1 अप्रैल 2023 को खुद का बीमा क्लेम उठाकर राजस्व का नुकसान पहुंचाया है।
उन्होंने बताया कि अक्टूबर 2024 गणना की तो सामने आया कि रिटायर्ड कर्मचारी जगदीश ने 62 लाख 29 हजार 551 रुपए का फर्जीवाड़ा किया है। जिसमें 16 लाख रुपए की राशि जमा करा दी गई थी।
बाकी 46 लाख 29 हजार 551 रुपए जमा नहीं करवाए गए। एसआई सुरेश रोलन ने बताया कि विभाग रिटायर्ड सहायद निदेश के खिलाफ कर्मचारियां की आईडी का गलत इस्तेमाल कर फर्जीवाडा करने की शिकायत मिली है। मामला की जांच कर रहे है।