अलवर। एफसीआई मजदूर विकास यूनियन की ओर से भारतीय खाद्य निगम के कार्यालय के गेट के सामने अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। मदजूर विरोधी नीतियों का विरोध करते हुए आगे अनिश्चितकालीन धरना देने की चेतावनी दी है। 1996 से एफसीआई गोदाम पर काम कर रहे मजदूर सत्येंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि पूरे देश का FCI मजदूर विकास यूनियन के मजदूरों के लिए 2012 NWNP नियम लागू किया गया था। जिसमें भारत सरकार भारतीय खाद्य निगम के तहत जितने भी मजदूर काम कर रहे हैं उनको भारत सरकार का आदमी मान लिया गया था। तभी से सिंगल लेबर सिस्टम लागू करने की मांग को लेकर विरोध पर उतरे हैं। अभी हालत ये हैं कि बिना काम के लौटना पड़ जाता है। जिससे मजदूर पर भार पड़ता है। पिछले कुछ वर्षों से हमारा ESI भी बंद कर दिया। जिसकी वजह से मजदूर वर्ग काफी परेशान है। जिससे लगता है सरकार मजदूर विरोधी है। हमारी मांगें पूरी नहीं की गई तो आगे 9 दिसंबर से नियमित रूप से धरना व विरोध शुरू हो जाएगा।
मजदूरों ने बताया कि 10 दिसंबर को दिल्ली के बारा खंबा लेन में देशभर से आए एफसीआई मजदूर विकास यूनियन के सभी मजदूर अनिश्चितकाल धरना देंगे। 2017 में सरकार ने यह माना था कि सिंगल लेबर सिस्टम लागू किया जाए। लेकिन अभी तक सिंगल लेबर सिस्टम लागू नहीं किया गया है। पहले ESI कटता था वह भी बंद है।
एफसीआई मजदूर विकास यूनियन के वाइस प्रेसिडेंट मनीष सैनी ने बताया कि सरकार ने मजदूर विरोधी नीति अपना रखी है। सरकार सिंगल लेबर सिस्टम लागू नहीं करती है तो आने वाले 10 दिसंबर को पूरे देश भर के मजदूर दिल्ली में अनिश्चितकाल धरना देंगे।