जयपुर। जिले में हिस्ट्रीशीटर के घर फायरिंग मामले में फरार इनामी बदमाश और उसके दोस्त को जवाहर नगर पुलिस ने अरेस्ट किया है। फायरिंग के बाद इनामी बदमाश ने सीकर में अपने दोस्त के घर पर देसी कट्टा छिपाने के साथ फरारी काटी। पुलिस पकड़ से बचने के लिए मनाली फरारी काट कर जयपुर आते ही पुलिस ने पकड़ लिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को अरेस्ट कर वारदात में यूज देसी कट्टा और कार को बरामद कर लिया है। मामले में पुलिस पूर्व में गैंग के 5 बदमाशों को अरेस्ट कर चुकी है।
डीसीपी (ईस्ट) तेजस्वनी गौतम ने बताया- हिस्ट्रीशीटर के घर फायरिंग मामले में आरोपी आचित्य सिंह पंवार उर्फ हनी टाईगर (25) निवासी महेन्द्र नगर गुर्जर की थड़ी न्यू सांगानेर रोड और सद्दाम (27) पुत्र शौकीन खा निवासी पलसाना सीकर हाल बिसमिल्ला कॉलोनी फतेहपुर रोड सीकर को अरेस्ट किया। फायरिंग मामले में आचित्य सिंह उर्फ हनी टाईगर पर 20 हजार रुपए का इनाम रखा गया था। फरारी के दौरान शरण देने के मामले में उसके दोस्त सद्दाम को भी अरेस्ट किया गया है। पुलिस ने आरोपी सद्दाम के घर छिपाया गया वारदात में यूज देसी कट्टा व कार बरामद कर ली है।
पुलिस से बचने के लिए भगाता रहा
हिस्ट्रीशीटर के घर फायरिंग के बाद बदमाश हनी टाईगर सीकर के पलसाना निवासी अपने दोस्त सद्दाम के घर फरारी काटने चला गया। पुलिस के गैंग के 5 बदमाशों को पकड़ने का पता चलने पर हनी टाईगर ने अपना ठिकाना बदल लिया। पुलिस से बचने के लिए फायरिंग में यूज देसी कट्टे को सद्दाम के घर छिपाकर फरारी काटने मनाली चला गया। इनामी बदमाश हनी टाईगर की तलाश में एडि.डीसीपी (ईस्ट) आशाराम चौधरी और एसीपी (आदर्श नगर) लक्ष्मी सुथार के नेतृत्व में एसआई रणजीत सिंह, छीतरमल, हैड कॉन्स्टेबल अविनाश व कॉन्स्टेबल परमानंद, कुमेर सिंह, धर्मपाल, अजय सिंह व विजय सिंह की टीम बनाई गई।
पुलिस टीम के लगातार पीछा करने का पता चलने पर बदमाश हनी टाईगर जयपुर आ पहुंचा। जयपुर के ट्रांसपोर्ट नगर बस स्टेंड पर उतरते ही पुलिस टीम ने घेराबंदी कर उसको पकड़ लिया। शरण देने के मामले में उसके साथी सद्दाम को भी अरेस्ट कर हथियार व कार बरामद कर ली। बदमाश हनी टाईगर के खिलाफ जयपुर शहर के विभिन्न थानो में 7 अपराधिक मामले दर्ज है।
हिस्ट्रीशीटर के घर की थी फायरिंग
29 नवंबर की रात को जवाहर नगर इलाके में रहने वाले हिस्ट्रीशीटर राहुल नंदा के घर मुख्य आरोपी हनी टाइगर ने अपने साथियों के साथ मिलकर फायरिंग की थी। केस में गवाह राहुल नंदा को डराने-धमकाने के लिए फायर कर सभी बदमाश कार में बैठकर फरार हो गए थे। पुलिस ने दबिश देकर मामले में हिस्ट्रीशीटर मनीष सैनी गैंग के पांच बदमाशों को अरेस्ट किया था।