जयपुर। जिले में राजकीय जयपुरिया हॉस्पिटल में नए कंस्ट्रक्शन के दौरान के दौरान तोड़े गए कमरे से एक तिजोरी निकली। तिजोरी में क्या है ये अभी खुलासा नहीं हो सका है और न ही प्रशासन ने उसे खोलने का प्रयास किया। हॉस्पिटल अधीक्षक डॉक्टर महेश मंगल का कहना है कि जिस कमरे में ये तिरोजी निकली है वह पिछले 10 साल खुला तक नहीं है। अब हम इसकी चाबी ढूंढने का प्रयास कर रहे है अगर नहीं मिलती है तो उसे दूसरे तरीके से खुलवाया जाएगा।
दरअसल हॉस्पिटल के पुराने ओपीडी रजिस्ट्रेशन और भर्ती काउंटर के एरिया को तोड़कर यहां नए सिरे से रजिस्ट्रेशन, भर्ती काउंटर बनवाने का काम शुरू करवाया गया। इस दौरान यहां बने कमरों और अन्य निर्मित एरिया को तोड़ा गया। इस दौरान कमरे के अंदर बने एक छोटे से स्टोर रूम में एक तिजोरी दीवार में जड़ी मिली।
तिजोरी मिलने के बाद मजदूरों ने इसकी सूचना ठेकेदार और अस्पताल प्रशासन को दी। जिसके बाद मौके अधीक्षक और अन्य प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे और तिजोरी को दीवार से निकलवाकर उसे ब्लड बैंक के पास स्थित प्रशासनिक ऑफिस के बाहर रखवा दिया।
10 साल से नहीं खोला कमरा
हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ. महेश मंगल ने बताया- ओपीडी रजिस्ट्रेशन के पीछे बने कमरे के अंदर तो स्टाफ का आना-जाना था, लेकिन उसके अंदर बने छोटे से स्टोर एरिया में गेट बंद था। ये दरवाजा पिछले 10 साल से नहीं खोला गया था। आज जब तोड़फोड़ की गई तो से एरिया भी टूटा, जिसमें से ये तिजोरी निकली है। डॉक्टर ने बताया कि तिजोरी में क्या है ये तो इसके खुलने के बाद ही पता चलेगा।