हनुमानगढ़। एसएफआई तहसील कमेटी कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर जिले के सभी प्राइवेट कोचिंग संस्थानों को नियमानुसार संचालित करने और सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करने की मांग की। प्रदर्शन के बाद जिला कलेक्टर कानाराम को ज्ञापन सौंपा गया।
एसएफआई के प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष महेंद्र शर्मा ने कहा कि जिले में संचालित कोचिंग संस्थानों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन अधिकांश संस्थान सुरक्षा मानकों का पालन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने मांग की कि सभी शिक्षण और कोचिंग संस्थानों की नियमित जांच की जाए ताकि नियमों की अवहेलना करने वाले संस्थानों पर कार्रवाई की जा सके। उन्होंने कहा कि कोचिंग संस्थानों में वेंटिलेशन की उचित व्यवस्था होनी चाहिए ताकि विद्यार्थियों को स्वस्थ वातावरण में पढ़ाई करने का मौका मिले। इसके अलावा, सभी कोचिंग संस्थानों में अग्निशामक यंत्र अनिवार्य रूप से लगाए जाने चाहिए ताकि किसी भी आपात स्थिति में आगजनी की घटनाओं से बचा जा सके।
महेंद्र शर्मा ने बाल वाहिनी के संचालन पर भी चिंता जताते हुए कहा कि कोचिंग जाने वाले बच्चों के लिए परिवहन साधनों में ओवरलोडिंग आम हो गई है, जो बेहद खतरनाक है। प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बाल वाहिनी के सभी नियमों का सख्ती से पालन हो। ओवरलोडिंग वाले वाहनों पर तत्काल रोक लगाई जाए और बाल सुरक्षा मानकों की पूर्ण अनुपालना हो। महेंद्र शर्मा ने कहा कि हाल ही में दिल्ली और जयपुर में हुए हादसे यह साबित करते हैं कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी कितनी घातक हो सकती है। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया कि हनुमानगढ़ जिले में ऐसी किसी भी घटना की पुनर्रावृत्ति न हो, इसके लिए तत्काल कदम उठाए जाएं और कोचिंग संस्थानों पर सख्त निगरानी रखी जाए। सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करने वाले संस्थानों को चिह्नित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि विद्यार्थी सुरक्षित वातावरण में शिक्षा प्राप्त कर सकें।
एसएफआई नेताओं ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा नहीं किया गया तो संगठन आंदोलन तेज करेगा। इस मौके पर वेद प्रकाश, एसएफआई के तहसील अध्यक्ष मोहित कुमार, तहसील महासचिव कुलदीप कालवा, आनंद शीला, दिव्या कुमारी, साहिल शर्मा, सचिन तलानिया, अजय सिद्धू, वीरेंद्र सिंह शेखावत, योगेश बिश्नोई सहित एसएफआई के कई अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।