जयपुर। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने बीजेपी सरकार के 1 साल के कामकाज पर सवाल उठाते हुए सरकार के इकबाल खत्म हो जाने की बात कही। इसके साथ ही बुधवार को कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान नेताओं पर वाटर कैनन से गंदा पानी डालने का आरोप भी लगाया।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा- बीजेपी ने कांग्रेस राज में कानून व्यवस्था पर नहीं सहेगा राजस्थान का नारा देकर पोस्टर लगाए थे। लेकिन, आज कानून व्यवस्था की हालत कैसी है? मुख्यमंत्री के गृह जिले भरतपुर में देख लीजिए क्राइम के क्या हालात हैं। पूरे राजस्थान में मुख्यमंत्री और गृह राज्य मंत्री का जिला भरतपुर क्राइम में नंबर वन है। एससी एसटी और महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ गए हैं।
नेता प्रतिपक्ष गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे।
हम पर डाला गंदा पानी
जूली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा- कल कांग्रेस ने प्रदर्शन किया था। हम लोग पैदल चले ही नहीं थे उससे पहले गंदा पानी हम पर डाल दिया गया। जबकि हमने कहा था कि हम कानून का उल्लंघन नहीं करेंगे। पूरा 1 साल हो गया, सरकार ने धरना प्रदर्शन के लिए कोई स्थान तय नहीं किया। राजधानी में एनजीओ, व्यापारी सहित कई वर्ग के लोग प्रदर्शन कहां करें? प्रदर्शन के लिए लेकिन उन्होंने किसी भी जगह पर चिन्हित नहीं की।
बोले- सीएम-उपराष्ट्रपति की सुरक्षा में चूक हो रही
जूली ने कहा- मुख्यमंत्री और उपराष्ट्रपति की सुरक्षा में चूक हो रही है। खुद परिवहन मंत्री के काफिले के अंदर एक ओवरलोड ट्रक घुस आता है। मुख्यमंत्री के काफिले में वाहन घुस जाते हैं। विधानसभा अध्यक्ष के काफिले में रील बनाने वाले आ जाते हैं। सरकार का इकबाल खत्म हो गया। आप लोगों (भाजपा) ने तानाशाही की, इसलिए यह सब हो रहा है। आपका मंत्री अधिकारियों के चेंबर में जाकर बैठ जाता है। जहां अफसर को जाना चाहिए वहां मंत्री जा रहा है। आपके कैबिनेट मंत्री पर मुकदमे दर्ज हो रहे हैं। हम लोगों ने बिजली की मांग पर प्रदर्शन किया तो हम पर ही केस दर्ज कर लिया।
सबको फोर्थ क्लास बनाने में लगी है सरकार
जूली ने कहा- मुख्यमंत्री तो एक लाख नौकरी का दावा कर रहे हैं। ये अपनी एक नौकरी बता दें जिसकी विज्ञप्ति से लेकर भर्ती तक की प्रक्रिया इन्होंने पूरी की हो। इन्होंने फोर्थ क्लास की नौकरी निकाली है। क्या सबको फोर्थ क्लास ही बनाने में लगे हुए हो? इसमें 13000 नौकरियां संविदा की हैं।
100 दिन की कार्ययोजना का क्या हुआ?
जूली ने कहा- इस सरकार ने 100 दिन की कार्य योजना बनाई थी वह कार्य योजना कहां है? उसका क्या हुआ? कांग्रेस सरकार के काम की समीक्षा के लिए कमेटी बनाई थी उसका क्या हुआ? इंग्लिश मीडियम स्कूलों के लिए समिति बनाई थी, जिलों के लिए समिति बनाई थी, पूरा एक साल बीत चुका है और भी कई चीजों के लिए कमेटियां बनाई थी। एक साल में किसी भी कमेटी की रिपोर्ट नहीं आई। अगर किसी भी कमेटी की रिपोर्ट आई हो और लागू की हो तो बता दीजिए।
आपदा में आपदा राहत मंत्री नहीं थे
जूली ने कहा- यह सरकार गर्मी के समय में बिजली की व्यवस्था नहीं कर सकी थी। ऊर्जा मंत्री का एक ही जवाब था कि गहलोत सरकार ने महंगी बिजली खरीदी, हम नहीं दे पाएंगे। जब अतिवृष्टि का मौका आया तो उस समय आपदा राहत मंत्री नहीं थे। अब किसानों को ये खाद नहीं दे पाए। राइजिंग राजस्थान हुआ और उसमें किसानों से संबंधित कार्यक्रम हुआ तो उसमें फिर कृषि मंत्री नहीं आए।
बुजुर्गों, विधवाओं को पेंशन नहीं दे पा रही सरकार
जूली ने कहा- सरकार के पास बुजुर्गों विद्वानों को पेंशन देने का पैसा ही नहीं है। कई महीनों से पेंशन नहीं मिल रही है। मैंने यह पहली सरकार देखी है जो टेंडर होने के बाद और वित्तीय स्वीकृति होने के बाद मंजूर काम रोक देती है । कई जगह सरकारी बिल्डिंग बन रही थीं, तहसील एसडीएम कार्यालय बना रहे थे सब पर रोक लगा दी।