डूंगरपुर। चौरासी थाना क्षेत्र के हड़मतिया गांव में एक महिला ने अपनी 2 साल की बच्ची की कुएं में फेंककर हत्या करने के बाद पेड़ से फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। इस मामले में पीहर पक्ष शवों के पोस्टमॉर्टम के लिए राजी नहीं हो रहा है। 30 घंटे से दोनों शव डूंगरपुर जिला अस्पताल की मॉर्च्युरी में पड़े हैं। वहीं, पीहर पक्ष मृतका के देवर पर आत्महत्या के लिए उकसाने करने का आरोप लगाते हुए उसकी गिरफ्तारी की मांग पर अड़ा है। पुलिस परिजनों से समझाइश के प्रयास में जुटी है।
चौरासी थानाधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि हड़मतिया गांव निवासी भावना (30) पत्नी दिनेश अहारी के 2 लड़कियां और एक लड़का है। भावना का पति दिनेश गुजरात में काम करता है। घर पर भावना अपने सास, ससुर और 3 बच्चों के साथ रहती थी। बुधवार सुबह भावना ने अपने 2 साल की एक बच्ची को कुएं में फेंककर उसकी हत्या कर दी थी। वही उसके बाद महिला ने घर के पास पेड़ से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी मृतका के पति और पीहर पक्ष को दी।
मृतका के पीहर पक्ष के लोग गुरुवार को मॉर्च्युरी पहुंचे, लेकिन शवों का पोस्टमॉर्टम करवाने से मना कर दिया। पीहर पक्ष ने आरोप लगाया कि देवर लाला पुत्र शंकर अहारी के मृतका से अवैध संबंध थे। उसी ने भावना को आत्महत्या के लिए उकसाया है। पीहर पक्ष ने आरोपी की गिरफ्तारी होने तक पोस्टमॉर्टम करवाने से मना कर दिया है। थानाधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि मामले में लाला के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। वहीं, परिजनों से समझाइए इसके प्रयास किया जा रहे है।