चित्तौड़गढ़। जिले में डॉ. भीमराव अंबेडकर को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी के खिलाफ मंगलवार को जिला कांग्रेस कमेटी ने विरोध-प्रदर्शन किया है। सभी कांग्रेसी जिला कांग्रेस कार्यालय एकत्रित हुए और वहां से पैदल मार्च करते हुए जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे। सभी ने अमित शाह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं, अमित शाह को गृह मंत्री पद से बर्खास्त करने की भी मांग की है।
दरअसल, शीतकालीन सत्र के दौरान संसद में संविधान पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने अपने भाषण के बीच एक लाइन बोली थी, जो सोशल मीडिया पर वायरल की गई थी। उन्होंने कहा था कि “अभी एक फैशन हो गया है.. आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो 7 जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।” इससे पहले उन्होंने कहा था कि कांग्रेस सिर्फ आंबेडकर का नाम लेती है, लेकिन काम बिल्कुल उलट करती है। मगर उनके भाषण के पहले हिस्से की क्लिप अगले दिन विपक्ष ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए उसे डॉक्टर आंबेडकर के लिए अपमानजनक बताया और गृह मंत्री से इस्तीफ़े की मांग की। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात था
पैदल मार्च करते हुए पहुंचे कलेक्ट्रेट
इसी के चलते मंगलवार को भी चित्तौड़गढ़ में कांग्रेसी पहले कांग्रेस कार्यालय में एकत्रित हुए। वहां से नारे लगाते हुए पैदल मार्च करते हुए जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे। सभी ने अपने हाथों में बाबा साहेब का पोस्टर और तख्त पकड़ा हुआ था। तख्त में अमित शाह को गृह मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग लिखी हुई थी। सभी कांग्रेस जनों ने जोरदार नारेबाजी की। इस दौरान जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भैरूलाल चौधरी ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के निर्देशन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से गृह मंत्री अमित शाह को बर्खास्त करने की मांग की है, इसलिए उनके नाम जिला कलेक्टर आलोक रंजन को ज्ञापन सौंपा गया। उन्होंने गलत ढंग से बाबा साहब अंबेडकर के लिए टिप्पणी की है।
वहीं, पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने कहा कि गृहमंत्री ने जिस तरह से बाबा साहेब अंबेडकर कपर टिप्पणी की है, उससे पूरा देश नाराज है। विरोध कर रहे है। गृह मंत्री अमित शाह ने अशोभनीय टिप्पणी लोकसभा में की है। उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए। ऐसी टिप्पणी हम बर्दाश्त नहीं कर सकते।