बूंदी। जिले के लाखेरी इलाके में रेलवे की अप व डाउन लाइन के बीच मिले शव की पहचान कोचिंग स्टूडेंट के रूप मे हुई है। वह मुलत: महाराष्ट्र के सांगली जिले का निवासी था। वर्तमान में वह मां के साथ कोटा रहकर कोचिंग कर रहा था। गुरुवार को शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों सौंप दिया गया। पुलिस इस घटना को लेकर हादसा या आत्महत्या के एंगल से जांच कर रही है।
लाखेरी रेलवे स्टेशन व पापड़ी फाटक के बीच मिले शव की पहचान कोचिंग स्टूडेंट के रूप में हुई है। एएसआई बाबूलाल नागर ने बताया कि महाराष्ट्र के सांगली जिले का केशवदास अमोल अपनी मां के साथ कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था। उसका यह दूसरा साल था। वह मंगलवार दोपहर को दोस्तों के साथ घूमने जाने की बात कहकर घर से निकला था। वह मोबाइल को भी घर पर ही छोड़ आया। बाद में बुधवार अल सुबह छात्र का शव अप व डाउन लाइन के बीच पड़ा मिला। पुलिस ने प्रथम दृष्टया ट्रेन से गिरने की आशंका जताई थी। गुरुवार को पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द किया है। परिजन शव को लेकर महाराष्ट्र के लिए रवाना हुए है।
हादसा या आत्महत्या
पुलिस मामले की हादसा या आत्महत्या के एंगल से जांच कर रही है। मौके से पुलिस को छात्र के पहचान और ट्रेन का कोई टिकट नहीं मिला। वह घर से निकलते समय मोबाइल भी घर पर छोड़ आया था। इसके चलते पुलिस को घटना को लेकर संशय है कि मामला आत्महत्या से जुड़ा तो नहीं है।