सिरोही। जिले में बदमाशों ने रविवार को दलित युवक का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी। परिवार वालों ने शव लेने से इनकार कर दिया और समाज के लोगों के साथ सोमवार सुबह हॉस्पिटल के बाहर धरने पर बैठ गए। उन्होंने पुलिस को शाम 6 बजे तक का अल्टीमेटम दिया है। अगर 6 बजे तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती है, तो समाज के लोग जयपुर-अहमदाबाद नेशनल हाईवे जाम करेंगे।
शिवगंज डीएसपी पुष्पेंद्र वर्मा ने बताया- शेखर (19) पुत्र देवाराम कलावंत और भावेश (आरोपी) पुत्र जोगाराम प्रजापत के बीच किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था। शेखर कलावंत स्कूटी पर सवार होकर घर जा रहा था। शिवगंज के खाड़ियावास मोहल्ले में भावेश और उसके चार साथी तीन बाइक पर आए। उसका (शेखर) रास्ता रोक लिया और लाठी और सरिए से मारपीट शुरू कर दी। वह लहूलुहान हो गया। आरोपी उसका अपहरण करके ले गए और रास्ते में हालत अधिक खराब होने पर देवली मार्ग पर सड़क किनारे फेंक दिया।
एम्बुलेंस 108 ने पहुंचाया हॉस्पिटल
डीएसपी पुष्पेंद्र वर्मा ने बताया कि रास्ते से गुजर रहे राहगीर ने एक्सीडेंट की सूचना एम्बुलेंस 108 को दी। मौके पर पहुंची एम्बुलेंस ने घायल को शिवगंज के सरकारी हॉस्पिटल पहुंचाया। वहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
एक आरोपी गिरफ्तार
डीएसपी ने बताया कि सूचना मिलते पर पुलिस और युवक के परिवार वाले हॉस्पिटल पहुंच गए। इस घटना की रिपोर्ट शिवगंज पुलिस थाने में शेखर की मां रेखा ने भावेश सहित पांच लोगों के खिलाफ दर्ज करवाया है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी की तलाश की जा रही है।
जिला प्रशासन को चेतावनी
शेखर (मृतक) के परिजन और समाज के लोग हॉस्पिटल परिसर में धरने पर बैठे हैं। समाज के लोगों ने परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने की मांग की है।
विधायक के नहीं पहुंचने पर फूटा गुस्सा
परिजन और समाज के लोगों का कहना है कि वारदात के बाद पूर्व विधायक संयम लोढ़ा हॉस्पिटल परिसर में आए थे। वर्तमान विधायक अभी तक नहीं आए। उन्हें मौके पर बुलाया जाए। विधायक एससी-एसटी समाज से दूरी क्यों बना कर रख रहे हैं। दूसरा समाज का होता तो विधायक तुरंत पहुंच जाते।