बांसवाड़ा। साइबर अपराधों को रोकने के लिए बांसवाड़ा पुलिस की ओर से अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत पुलिस अब सीएलजी के माध्यम से साइबर अपराध के प्रति जागरुकता लाने के प्रयास कर रही है। साथ ही सोशल मीडिया के जरिए भी लोगों को आगाह किया जा रहा है कि किस प्रकार से स्वयं को ठगी से बचा सकते हैं।
पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर जिले में पुलिस ने सीएलजी मेम्बर्स के साथ बैठक की। जिसमें थानाधिकारी ने क्षेत्र के सीएलजी मेंबर को किसी भी अनजान व्यक्ति को ओटीपी नहीं बताने, कोई कितना भी प्रलोभन दें पर अज्ञात लिंक खोलना नहीं है। साथ ही समय समय पर अपने वित्तीय अधिकार प्रदान करने वाले पासवर्ड आदि को बदलते रहें और मोबाइल में सेव करके नहीं रखे। किसी भी अज्ञात व्यक्ति की वॉटसअप कॉल को रिसीव नहीं करें। इससे ठगी की आशंका है, समेत अनेक जानकारियां देकर जागरूक किया।
सीएलजी सदस्य आगे सभी को जागरुक करेंगे
राजतालाब थानाधिकारी दिलीप सिंह ने बताया कि समझाइश का पहला दौर सीएलजी सदस्यों से शुरू होता है। क्योंकि यह सदस्य समाज के जागरुक और लोगों को अपने साथ लेकर चलते हैं। इससे इनको जानकारी दी जाती है तो यह आगे लोगों तक पहुंचाते हैं।
साइबर ठगों के प्रति जागरुकता जरूरी
बांसवाड़ा सर्किल के डीएसपी गोपीचंद मीणा ने कहा कि साइबर अपराध की गंभीरता को समझना और दूसरों को समझाना दोनों जरूरी है। समझदार लोगों को चाहिए कि सभी सोशल मीडिया ग्रुप में पुलिस की ओर से जारी की गई जानकारी को साझा करें। विशेषकर युवाओं को जागरुक करना जरूरी है।