बारां। शहीद राजमल गवर्नमेंट जिला अस्पताल बारां के पुराने भवन का रेनोवेशन के बजाए नए सिरे से निर्माण करवाया जाएगा। इसको लेकर जिला प्रशासन, मेडिकल कॉलेज व अस्पताल प्रबंधन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने भवन काफी पुराना होने की बात कहते हुए नए सिरे से निर्माण करवाने की सलाह दी थी। इसके लिए करीब 58 करोड़ रुपए बजट का प्रस्ताव तैयार करवाकर जिला प्रशासन को भेजा गया है।
विभागीय सूत्रों ने बताया शहर स्थित जिला अस्पताल के पुराने भवन का निर्माण करीब 60 साल पहले 1964 में हुआ था। आवश्यकता को देखते हुए पुराने भवन के पास के हिस्से में कुछ साल पहले ओपीडी भवन का निर्माण करवाया गया था। जिसमें अभी ओपीडी संचालित हो रही है। साथ ही प्रसूताओं व नवजात शिशुओं के लिए अस्पताल परिसर में अलग से एमसीएच भवन बनाया जा चुका है। वहीं, पुराने भवन में सालों से मेल-फीमेल मेडिकल वार्ड, कॉटेज वार्ड, सर्जिकल व मेडिकल आईसीयू, इमरजेंसी वार्ड, ऑपरेशन थिएटर, सर्जिकल व ऑर्थोपेडिक वार्ड समेत कुल करीब 170 बेडेड अस्पताल संचालित हो रहा है।
यह भवन काफी पुराना होने से कई जगह बदहाल स्थिति में है। छतों और दीवारों से आए दिन प्लास्टर गिरता रहता है। कई बार वार्ड में भर्ती मरीजों पर प्लास्टर गिर चुका है। इसके बाद यहां भर्ती मरीजों को हादसे का डर सताता है। गैलरी और सीढ़ियों से गुजरने वाले मरीजों के परिजनों और स्टाफ को भी प्लास्टर गिरने और हादसे का अंदेशा रहता था। ऑपरेशन थिएटर में भी यहीं स्थिति होने से खतरा बना हुआ है। बारिश के दौरान छत टपकने से वार्डों की दीवारों पर सीलन के कारण फंगस की स्थिति बनी रहती है। साथ ही कॉटेज वार्डों की भी बेहद खराब स्थिति होने से मरीजों व तीमारदारों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
सूत्रों का कहना है कि अस्पताल प्रबंधन ने कई बार भवन की मरम्मत के लिए प्रस्ताव भेजे गए। कुछ माह पहले बजट सत्र के दौरान सरकार ने जिला अस्पताल भवन के जीर्णोद्धार के लिए करीब 10 करोड़ रुपए बजट की घोषणा की गई थी। इसको लेकर हाल ही में अस्पताल प्रबंधन व पीडब्ल्यूडी विभाग अधिकारियों की ओर से चर्चा कर सर्वे करवाया गया। इस दौरान पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने पुराने अस्पताल भवन के जीर्णोद्धार पर बजट खर्च करना सही नहीं माना। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने अस्पताल के ओपीडी विंग को छोड़कर पुराने आईपीडी, इमरजेंसी ब्लॉक आदि भवन को ध्वस्त कर नए सिरे से निर्माण करवाने की बात कही है। इसके लिए करीब 58 करोड़ रुपए बजट की आवश्यकता बताई है।
पीडब्ल्यूडी ने इसके प्रस्ताव बनाकर जिला प्रशासन को सौंप दिए है। जिन्हें जल्द ही राजमैस को स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। स्वीकृति व बजट मिलने पर संभवतया अस्पताल के 240 बेड के नए अस्पताल में शिफ्ट होने के बाद पुराने अस्पताल भवन को तोड़कर नए सिरे से दो मंजिला भवन बनाने का कार्य शुरु किया जाएगा। मेडिकल कॉलेज बारां के प्रिंसिपल डॉ सीपी मीना ने बताया कि जिला अस्पताल के पुराने भवन का जीणोंद्धार प्रस्तावित है, लेकिन पीडब्ल्यूडी ने काफी पुराने इस भवन के जीर्णोद्धार को सही नहीं मानते हुए नए सिरे से बनाने की सलाह दी है। इसके प्रस्ताव बनाकर जिला प्रशासन को भेजे गए है।