पाली। मेडिकल कॉलेज बनने के बाद पाली के बांगड़ हॉस्पिटल का भार बढ़ा है। डॉक्टर्स की संख्या बढ़ने के साथ ही सिजेरियन सहित अन्य ऑपरेशन भी बढ़े है। ऐसे में कई बार ऐसी स्थिति होती है कि मरीजों को भर्ती करने के लिए वार्ड में बेड तक खाली नहीं होते है। लेकिन इस समस्या से हॉसपिटल प्रबंधन को आने वाले माह में कुछ राहत नसीब होगी। हॉस्पिटल परिसर में 50 बेड का एक वार्ड बनकर तैयार हो रहा है। इसके साथ ही 3 ऑपरेशन थियेटर और बच्चों को भर्ती करने के लिए भी वार्ड बन रहा है। बांगड़ हॉस्पिटल के सर्जिकल वार्ड के ऊपर एक वार्ड 50 बेड का वार्नड बनकर लगभग तैयार हो गया है। जहां ऑपरेशन के बाद मरीजों को भर्ती किया जा सकेगा। इसके साथ ही तीन OT (ऑपरेशन थियेटर) बन रहे है। ऐसे में ऑपरेशन के लिए मरीजों को ज्यादा इन्तजार नहीं करना पड़ेगा। साथ ही ओल्ड ICU के पास एक लेबर रूम बन रहा है। इसके साथ ही NICU वार्ड (नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट ) भी बन रहा है। इस वार्ड में इस वार्ड में समय से पहले जन्म हुए बच्चे, रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस जैसे न्यूमोनिया- ब्रोंकाइटिस, कॉन्जेनिटल हार्ट डिजीज जैसे हार्ट फेल और हाई बीपी से पीड़ित बच्चों को भर्ती किया जाता है। इनके निर्माण पर करीब 2 करोड़ का बजट खर्च हो रहा है।
हॉस्पिटल हो जाएंगा 600 बेड का बांगड़ हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ HM चौधरी ने बताया कि वर्तमान में हॉस्पिटल में 16 वार्ड है। जिनमें 550 बेड है। 100 बेड ICU, 414 बेड ऑक्सीजन वाले, 36 सामान्य बेड है। वार्ड तैयार होने पर हॉस्पिटल में बेड की संख्या आने वाले कुछ माह में 600 हो जाएंगी।