डूंगरपुर। जिले में भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बीएपी के प्रदेश अध्यक्ष रमेश मईडा और सांसद राजकुमार रोत ने टीएसपी क्षेत्र में मौजूदा आरक्षण व्यवस्था में विसंगतियों को लेकर गंभीर चिंता जताई है।
प्रदेश अध्यक्ष मईडा ने टीएसपी क्षेत्र में संवैधानिक प्रावधानों के अनुरूप आरक्षण व्यवस्था लागू करने की मांग की है। उन्होंने जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग मंत्री की अध्यक्षता में क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की मांग भी रखी है।
सांसद रोत ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार आदिवासियों के नाम पर सिर्फ वोट बैंक की राजनीति कर रही है। उन्होंने पुलिस विभाग में थानों और चौकियों पर आदिवासी-दलित अधिकारियों की नियुक्ति नहीं करने का मुद्दा उठाया। साथ ही, कडाना प्रोजेक्ट का वर्क ऑर्डर रोकने, मां बाड़ी केंद्रों में दो महीने से पोषाहार की सप्लाई न होने और टीएडी होस्टल्स में सुविधाओं की कमी जैसे मुद्दों को भी उठाया।
बैठक में आसपुर विधायक उमेश मीणा और धरियावद विधायक थावरचंद ने इन सभी मुद्दों को विधानसभा में उठाने का आश्वासन दिया। बीएपी नेताओं ने स्पष्ट किया कि वे आदिवासी और दलित समुदाय के हितों की रक्षा के लिए हर स्तर पर संघर्ष करेंगे।