सिरोही। पिंडवाड़ा रेलवे स्टेशन पर स्थानीय महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता का नया रास्ता खुल गया है। केंद्र सरकार की वन स्टेशन वन प्रोडक्ट योजना के तहत भारतीय रेलवे और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के संयुक्त प्रयास से स्थानीय महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों की बिक्री के लिए एक विशेष ट्रॉली की शुरुआत की गई है।
स्टेशन अधीक्षक बी.आर. परमार की उपस्थिति में शुरू की गई इस ट्रॉली में पिंडवाड़ा ब्लॉक के विभिन्न स्थानीय उत्पाद जैसे शहद, आचार, मसाले, मुखवास, चिप्स, मालकागनी तेल, धावडी गोंद और जूट बैग उपलब्ध हैं। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक बीसीएस चौधरी के अनुसार, इस पहल से राजीविका स्वयं सहायता समूहों और वन धन विकास केंद्रों से जुड़ी महिलाओं को अपने उत्पादों के लिए न केवल बाजार मिलेगा, बल्कि आर्थिक मजबूती भी प्राप्त होगी।
अजमेर मंडल में इस योजना की निरंतर निगरानी मंडल वाणिज्य प्रबंधक मोनिका यादव द्वारा की जा रही है। योजना के तहत रेलवे स्टॉल और जगह उपलब्ध कराता है, जिसके लिए स्थानीय स्टेशन अधीक्षक से संपर्क किया जा सकता है। यह पहल यात्रियों के लिए भी फायदेमंद साबित हो रही है, क्योंकि उन्हें यात्रा के दौरान ही स्थानीय विशेष उत्पाद खरीदने का अवसर मिल रहा है, साथ ही उत्पादकों को भी अच्छी बिक्री का लाभ मिल रहा है।