सीकर। जिले को संभाग व नीमकाथाना को जिला बहाल करने की मांग को लेकर सीकर बार संघ के वकीलों ने कोर्ट के बाहर आज से कार्मिक अनशन और धरना शुरू कर दिया है। वकील कार्य बहिष्कार कर धरने पर बैठे हैं। बार संघ के महासचिव नरेश कुमार भूकर ने बताया- सीकर को संभाग व नीमकाथाना को जिला रद्द करने के बाद से पूरे शेखावाटी के लोगों में भारी आक्रोश है। संभाग व जिला बहाली की मांग को लेकर सीकर बार संघ ने आज से जिला कोर्ट के बाहर कार्मिक अनशन और धरना शुरू कर दिया है। धरने में हर दिन पांच-पांच वकील अनशन पर बैठेंगे।
महासचिव ने बताया- महीने की 1 व 16 तारीख को वर्क सस्पेंड रखा जाएगा। यह सांकेतिक वर्क सस्पेंड रहेगा। पूरे सीकर जिले के अभिभाषक संघ इसी संघर्ष समिति के तहत कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं की जाती तब तक अनशन व धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। इस दौरान वकीलों ने राजस्थान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
वकीलों ने कहा- कांग्रेस की गहलोत सरकार ने राजस्थान में वर्षों से नए जिले व संभाग बनाने की मांग पर पूरी करते हुए सीकर जिले में से नीमकाथाना नया जिला बना दिया। साथ ही सीकर को संभाग बनाने की घोषणा भी कर दी थी। इसके बाद भौगोलिक दृष्टि से भी सीमांकन किया गया और अधिसूचना जारी कर दी। जिसके बाद सीकर संभाग अस्तित्व में आया। सीकर संभाग में चूरु, झुंझुनूं सीकर व नीमकाथाना जिलों को शामिल किया गया था।