दौसा। जिला अस्पताल में डॉक्टर्स ने सुबह 9 से 11 बजे तक ओपीडी का बहिष्कार किया। बाड़मेर जिले की सेड़वा सीएचसी में एसडीएम ने एक डॉक्टर से दुर्व्यवहार किया था। इसके विरोध में सोमवार को सेवारत चिकित्सक संघ के आह्वान पर दौसा जिला अस्पताल और गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स ने दो घंटे कार्य बहिष्कार कर विरोध प्रदर्शन किया।
इससे अस्पताल की चिकित्सा सेवाएं प्रभावित हुई, जहां मरीजों को इलाज लेने के लिए डॉक्टर्स का इंतजार करते देखा गया। हालांकि इस दौरान इमरजेंसी यूनिट में सेवाएं बहाल रखी गई थी।
स्त्री एवं प्रसूती रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश गुर्जर ने बताया- सेड़वा उपखंड अधिकारी बद्रीनारायण विश्नोई द्वारा ने एक फरवरी को ओपीडी में मरीजों का उपचार कर रहे डॉ. रामस्वरूप को धमकाया और अमर्यादित भाषा का उपयोग किया। यही नहीं सेवारत चिकित्सक डॉ. रामस्वरूप को पुलिस से गिरफ्तार कराने की धमकी भी दी गई। इस पूरी घटना को लेकर सेवारत चिकित्सकों में गहरा आक्रोश है और वे आहत हैं।
अस्पताल के अन्य डॉक्टर्स का कहना था कि सेड़वा अस्पताल में तैनात डॉक्टर को एसडीएम ने न केवल बिना वजह फटकार लगाई, बल्कि उनके साथ अभद्र व्यवहार भी किया। डॉक्टरों का कहना है कि जब तक एसडीएम के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं होगी, तब तक उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। विरोध प्रदर्शन में डॉ. सुभाष बिलोनिया, डॉ अमित शर्मा समेत अस्पताल के अन्य डॉक्टर भी शामिल रहे।
इस घटनाक्रम को लेकर डॉक्टर्स का विरोध
बता दें कि बाड़मेर जिले के सेड़वा उपखंड अधिकारी बद्रीनारायण विश्नोई ने सीएचसी सेड़वा निरीक्षण के दौरान एक महिला मरीज को चेकअप को लेकर ड्यूटी डॉक्टर को जमकर फटकार लगाई थी। इतना ही नहीं एसडीएम ने डॉक्टर को पुलिस के हवाले करने की चेतावनी तक दे डाली थी।
एसडीएम और डॉक्टर के बीच तीखी तकरार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस घटनाक्रम को लेकर चिकित्सकों में रोष व्याप्त है।