मोड़ का निंबाहेड़ा (सुरेश चंद्र मेघवंशी)। जन-जन के आराध्य देव भगवान विष्णु के अवतार भगवान देवनारायण की जन्मस्थली मालासेरी डूंगरी पर भगवान देवनारायण का 1113 अवतरण दिवस बड़े धूमधाम उत्साह और उमंग के साथ मनाया। मंगलवार को सुबह 4:00 बजे भगवान देवनारायण की महा आरती की गई , भगवान का 1113 कमल पुष्प से श्रृंगार आकर्षक श्रंगार किया गया एवं 1113 दीप प्रज्वलित कर महा आरती के साथ भगवान देवनारायण का जन्मोत्सव मनाया एवं भगवान की बाल प्रतिमा की आकर्षक सजावट की गई। इस दौरान विशाल रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया जिसमें युवाओं महिलाओं एवं जनप्रतिनिधियों ने उत्साह के साथ रक्तदान किया ।
वहीं सोमवार रात्रि को विशाल रात्रि जागरण का आयोजन किया गया भगवान देवनारायण को 501 कलस से सहस्त्र धारा अभिषेक किया गया , विद्वान पंडितो द्वारा किया जा रहा पंच कुंडीय हवन यज्ञ का समापन हुआ ,वही विविध प्रकार की औषधियां के साथ भगवान देवनारायण के बाल प्रतिमा का पंचामृत अभिषेक किया गया ।
मालासेरी देवनारायण मंदिर के पुजारी हेमराज पोसवाल ने बताया कि सुबह से ही मालासेरी डूंगरी पर श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया वहीं भामाशाह सम्मान समारोह आयोजित किया गया वहीं रात्रि को विशाल जागरण किया गया वहीं मंगलवार को प्रसिद्ध देवनारायण गाथा कलाकार बाबू खान बड़ला एंड पार्टी द्वारा भगवान देवनारायण की महा गाथा मंचन किया गया , भगवान देवनारायण की बाल प्रतिमा के दर्शन करने के लिए देश- प्रदेश बेंगलुरु हैदराबाद चेन्नई मद्रास मुंबई बड़ौदा अहमदाबाद सूरत राजस्थान हरियाणा पंजाब उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश दिल्ली सहित पूरे भारत भर से देव भक्तों ने आकर दर्शन किए। वहीं मंगलवार को माता साडू के पीहर मालवा अंचल शाजापुर देवास जिला मध्य प्रदेश के भक्तों द्वारा दसवीं विशाल चुनरी यात्रा आई, चुनरी यात्रा में शामिल समस्त देव भक्तों का मंदिर समिति एवं पुजारी द्वारा स्वागत किया गया।
भगवान देवनारायण की जन्मस्थली मालासेरी डूंगरी में मालवा से लाई गई 1113 मीटर की विशाल चुनरी ओढ़ाई गई इस विशाल चुनरी की पहले मालासेरी डूंगरी में देव भक्त द्वारा परिक्रमा की गई वहीं परिक्रमा के बाद यह चुनरी चारो और उड़ाई गई, इसी डूंगरी पर हुआ था भगवान देवनारायण का अवतार भगवान विष्णु के छठे अवतार देवनारायण ने संवत 968 माही सप्तमी को मालासेरी डूंगरी पर कमल पुष्प के अवतरित हुए थे इसी स्थान पर माता साडू ने कई सालों कर तक अखंड तपस्या की , अखंड तपस्या के बाद भगवान विष्णु ने अवतार लेने की आकाशवाणी की जिसके बाद में सप्तमी को सुबह 4:00 बजे मालासेरी की डूंगरी के चट्टानों को फाड़कर कमल का पुष्प निकल यहां पर कमल के पुष्प पर भगवान देवनारायण ने अवतार लिया।
सामाजिक समरसता के प्रतीक देवनारायण प्रसिद्ध आयुर्वेद के ज्ञाता थे वह नीम की पत्तियां द्वारा लोगों का देसी इलाज करते थे। भगवान देवनारायण को मानने वाले लोग आज भी अपने क्षेत्र में नीम को पेड़ को नहीं कटते हैं, ना ही जलाते वहीं मालासेरी डूंगरी में हर वर्ष सैकड़ो की संख्या में नीम के पेड़ लगाए जाते हैं भगवान देवनारायण के 1111 जन्मोत्सव के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए यहां पर उन्होंने पेनोरमा में नीम का पेड़ लगाया। गवान देवनारायण के राजस्थान नहीं अन्य प्रदेशों में भी प्राचीन देवरे बने हुए हैं।
सामाजिक समरसता के प्रतीक भगवान देवनारायण के गुर्जर समाज के अलावा कार्य मेघवंशी, मीणा, भील, गाडरी सहित कहीं कई समाज के लोग पूजा अर्चना करते हैं, भगवान देवनारायण जन्मस्थली मालासेरी डूंगरी पर वर्षों से गुर्जर समाज के पोसवाल गोत्र के पुजारी पूजा अर्चना करते आ रहे हैं। वहीं मंगलवार को महा प्रसादी का आयोजन किया गया जिसमें दर्शन के लिए आने वाले लोगों ने महाप्रसादी में भाग लिया।
इस मौके पर गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम भी पहुंचे मालासेरी डूंगरीपहुंचे , अंतर्राष्ट्रीय तीर्थ स्थल सवाई भोज में कार्यक्रम के बाद गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम, देवनारायण बोर्ड के अध्यक्ष ओमप्रकाश भडाणा देवनारायण की जन्मस्थली मालासेरी डूंगरी पर पहुंचे यहां भगवान देवनारायण के दर्शन करने के बाद यज्ञ शाला में गए जहां किया जा रहे यज्ञ में आहुतियां दी। इस मौके पर आसपास दरबार के 1008 महेंद्र पुरी महाराज, गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम, देवनारायण बोर्ड के अध्यक्ष ओमप्रकाश भडाणा ,पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर, पूर्व विधायक रामलाल गुर्जर, आसींद नगर पालिका अध्यक्ष देवीलाल साहू, पालिका के पूर्व अध्यक्ष रामकुमार मीणा , पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष धनराज गुर्जर , विधानसभा प्रत्याशी मनसुख सिंह गुर्जर , नाथ योगी समाज के प्रदेश अध्यक्ष नाथू नाथ योगी ,राज्यपाल के ओएसडी शंकर गुर्जर , जिला परिषद सदस्य अशोक तलाईच , भगवती लाल शर्मा , सरपंच निंबाराम गुर्जर , भोजाराम गुर्जर लाछुड़ा , राजू कोली झाल खेड़ा , सरपंच दिनेश तोषनीवाल , मंदिर कमेटी के अध्यक्ष जयदेव चाड़ , पुजारी भोमाराम पोसवाल, तेजमल पोसवाल, देवकरण पोसवाल, घासीलाल , शंभू लाल , हिंदू राम , देवीलाल भाटिया, मथुरालाल , भंवरलाल ,कल्याणमल ,सुखदेव पोसवाल, श्याम लाल पोसवाल, रामकुमार , ईश्वर कुमार, डालूराम , घीसू लाल , बाबूराम , पुखराज , मांगीलाल , हिंदू राम ,दुर्गा लाल निर्मल कुमार, सहित आसींद तहसीलदार पुलिस अधिकारी प्रशासनिक अधिकारी सहित कई लोग मौजूद रहे।