टोंक। सरकार के आदेश के बावजूद जिले में खुले कुओं, ट्यूबवेलों को ढकने को लेकर जिम्मेदार कर्मचारी गंभीर नहीं है। इसके परिणाम स्वरूप हादसे हो रहे है। सोमवार को भी पीपलू पंचायत समिति क्षेत्र की ग्राम पंचायत प्यावड़ी के फजलपुरा गांव में आबादी के पास करीब 50 फ़ीट गहरे खुले कुएं में गाय गिर गई। कुएं में करीब आठ—दस फ़ीट पानी है। इसके बाद जैसे तैसे ग्रामीणों ने उसे रस्सी से बांधकर करीब आधा घंटे में गाय को बाहर निकाल लिया। सरकार के आदेश की पालना में कलेक्टर डॉ.सौम्या झा ने अधिकारियों को 3 दिन पहले भी खुले कुओं को ढकने के निर्देश दिए थे, लेकिन जिम्मेदार कर्मचारी इसकी पालना में लापरवाही बरत रहे है। इसकी बानगी फजलपुरा में देखने को मिली। इस छोटे से गांव में ही 2 सार्वजनिक कुएं खुले है। जबकि लोगों ने इन्हे ढकने के लिए पंचायत प्रशासन को अवगत करा रखा है।
50 मीटर की दूरी पर है 2 कुएं
ग्रामीण हंसराज गुर्जर ने बताया कि यह गांव प्यावड़ी ग्राम पंचायत में आता है। इस गांव में आबादी के पास करीब 50-60 फ़ीट गहरे 2 कुएं करीब 50 मीटर की दूरी पर ही हैं। सोमवार को सुबह करीब 8 बजे रोड से महज आठ-दस फ़ीट दूरी पर वाले बिना मुंडेर के कुएं में गाय गिर गई। गाय के गिरने की आवाज पास वाले घरों में रहने वाले श्रवण डोई, मदन डोई, रामधन गुर्जर, गणपत खिंची को सुनाई दी तो वे कुएं की ओर भागकर आए। देखा तो उन्हे गाए पड़ी हुई दिखाई दी। बाद में कुछ और लोगों को बुलाया।
2 भाइयों ने गाय को बचाया
फिर गांव के ही दयाराम गुर्जर और उसके भाई बद्री गुर्जर ने हिम्मत दिखाई और रस्सी के सहारे कुएं में उतरे। फिर साथ में गए रस्से को गाय के बांधा और वे बाहर आ गए। फिर लोगों ने मिलकर गाय को रस्सी के सहारे बाहर निकाला। इस हादसे में गाय की जान तो बच गई, लेकिन वह जख्मी हो गई।
उधर इस हादसे को लेकर लोगों में रोष है लोगों का कहना है कि यहां 2 कुएं है, दोनों ही खुले है, इनमें कोई बच्चा या कोई अन्य गिर गया तो बड़ा हादसा हो सकता है, लेकिन पंचायत प्रशासन को अवगत कराने के बाद भी इसे ढका नहीं जा रहा है।
‘कुओं को ढकने के टेंडर दे दिए, जल्द ढकाएंगे‘
प्यावड़ी पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी दिनेश मीणा ने बताया कि उनकी पंचायत में 7 कुएं खुले चिन्हित किए है। लोहे के जाल से ढकाने के लिए जाल बनाने के टेंडर दे दिए है। जल्द ढकवा दिए जाएंगे।