चूरू। जिले के डीबी अस्पताल के मातृ शिशु विंग में शिशु रोग विशेषज्ञ की टीम ने जन्म के साथ ही पीलिया रोग से ग्रस्त दो नवजात का ब्लड ट्रांसफ्यूजन कर उनकी जान बचाई है। इसमें एक नवजात के एक बार तो दूसरे नवजात के दो बार ब्लड ट्रांसफ्यूजन किया है। शिशु रोग विशेषज्ञ की टीम ने पहले भी करीब एक दर्जन से अधिक नवजात का ब्लड ट्रांसफ्यूजन कर उनकी जान बचाई है।
अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. संदीप कुल्हरी ने बताया कि चूरू निवासी बेबी ऑफ शबनम और बेबी ऑफ साहिबा को एक फरवरी को एफबीएनसी वार्ड में भर्ती करवाया था। दोनों नवजात हाइपर बिलिरुबिनमिया, गंभीर डिहाइड्रेशन, सेप्सिस और दूध नहीं पीने के कारण भर्ती कराया गया था। नवजात का सीरम बिलीरुबीन 25 था। दोनों नवजात को तुरन्त शिशु रोग विशेषज्ञ यूनिट हेड सहायक आचार्य डॉ. संदीप कुल्हरी, सहायक आचार्य डॉ. अभिषेक कोठारी और शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अमजद खान की टीम ने एफबीएनसी वार्ड में भर्ती कर फोटो थेरेपी करवाई। वहीं बेबी ऑफ शबनम के दो बार और बेबी ऑफ साहिबा के शरीर का पूरा ब्लड चेंज किया गया।
डॉ. कुल्हरी ने बताया कि मामले में काफी रिस्क रहता है, लेकिन परिजनों की सहमति के साथ पूरा काम किया है। फिलहाल दोनों नवजात स्वस्थ्य हैं। जिनका वजन भी करीब तीन किलो के आस पास है। दोनों नवजात अपनी मां का दूध पीने के साथ एकदम स्वथ्य हैं। उन्होंने बताया कि शिशु रोग विशेषज्ञ की टीम ने पहले भी डीबी अस्पताल में इस तरह के नवजात का इलाज किया है।