जालोर। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के REET- 2024 एग्जाम में नकल करवाने की कोशिश में कॉलेज संचालक और एक फर्नीचर कारोबारी को गिरफ्तार किया है। संदिग्ध गतिविधि की शिकायत मिलने पर पुलिस ने दोनों को होटल के कमरे से पकड़ा। आरोपियों के पास से एक लाख रुपए कैश, 4 मोबाइल और दस्तावेज भी जब्त किए गए है। पुलिस के अनुसार- जालोर के झाब थाना क्षेत्र के देवडा निवासी गणेशाराम पुत्र ठाकराराम जाट और सांचौर के रानीवाड़ा रोड निवासी भीखाराम पुत्र भीयांराम बिश्नोई को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में सामने आया कि गणेशाराम के साथ भीखाराम अपने बेटा-बेटी और भांजा -भांजी को रीट का एग्जाम दिलवाने सांचौर से आया था। दोनों बिना आईडी के होटल रूम में ठहरे थे। हालांकि मामले में चारों अभ्यर्थियों की लिप्तता सामने नहीं आई है।
जालोर एसपी ज्ञानचंद्र यादव ने बताया- जालोर सहित प्रदेश भर में 27 और 28 फरवरी को रीट परीक्षा का आयोजन किया गया। गुरुवार को परीक्षा शुरू होने से पहले एक होटल में 2 संदिग्ध युवकों के होने की जानकारी मिली थी। जिन्होंने होटल में अपनी आईडी जमा नहीं करवाई थी। होटल प्रबंधन से मिली सूचना पर पुलिस टीम ने दबिश दी। जिसके बाद होटल के कमरे से दोनों युवकों को सुबह 7 बजे ही पकड़ लिया। पूछताछ में सामने आया कि गणेशाराम और भीखाराम होटल में बिना आईडी के ठहरे हुए थे। उनके साथ 4 अभ्यर्थी भी थे। चारों अभ्यर्थियों में दो भीखाराम के बेटे और बेटी है। जबकि अन्य 2 अभ्यर्थी रिश्ते में उसके भांजा- भांजी लगते है। चारों गुरुवार को रीट की दूसरी पारी में परीक्षा देने आए थे।
एसपी ने बताया कि मामले की जांच में सामने आया कि गणेशाराम का जालोर के देवड़ा में श्री गणेश कॉलेज है, जिसमें यूजी की पढ़ाई करवाई जाती है। वह बच्चों को उनके पिता के साथ होटल लेकर आया था। उसकी अभ्यर्थियों को नकल करवाने की योजना थी, लेकिन चारों अभ्यर्थी तय समय पर ही होटल से एग्जाम सेंटर के लिए रवाना हो गए। हालांकि पुलिस ने एहतियात के तौर पर एग्जाम सेंटर पर चारों की चेकिंग की और विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए। पुलिस ने आरोपियों के फोन भी चेक किए, जिसमें नकल को लेकर चैटिंग भी सामने आई है। आरोपियों के कब्जे से एक लाख रुपए कैश, 4 मोबाइल समेत दस्तावेज भी जब्त किए। पुलिस का कहना है कि आरोपियों को रीट की परीक्षा शुरू होने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया।