कोटा। सिटी बस डिपो में आज सुबह हंगामा हो गया। निष्कासित कर्मचारियों ने जैसे ही बसों को डिपो से जाने से रोका तो मौके पर मौजूद सुपरवाइजर व अन्य ड्राइवर ने विरोध जताया। दोनों पक्षों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। बस का एक ड्राइवर लोहे की रॉड लेकर हमला करने पर उतारू हो गया। मौके पर मौजूद अन्य लोगों ने उसे पकड़ा। करीब डेढ़ घंटे तक हंगामा चला। इसके बाद निष्कासित कर्मचारियों ने कंपनी के सुपरवाइजर, ड्राइवर सहित अन्य लोगों के खिलाफ गुमानपुरा थाने में मारपीट की शिकायत दी।
दरअसल, नगर निगम की और से शहर में 28 सिटी बस संचालित की जा रही है। ठेका फर्म ने दो महीने पहले 15 कार्मिकों (कंडक्टर व ड्राइवर) को हटा दिया था। ये हटाए गए कार्मिक आज सुबह साढ़े 6 बजे करीब धरना-प्रदर्शन के लिए स्टील ब्रिज के पास स्थित सिटी बस डिपो पहुंचे थे। निष्कासित कार्मिक गिर्राज शर्मा व इरशाद ने बताया- कंपनी ने बिना कारण व नोटिस के करीब 15 कार्मिकों को हटा दिया। हम सभी लोग मिलकर आज सुबह सिटी बस डिपो गए। वहां धरना- प्रदर्शन किया। कुछ ड्राइवर जबरदस्ती सिटी बस को ले जाना चाहते थे, हमनें उन्हें रोका। उसी दौरान मैनेजर ने अपने कार्मिकों से हमला करवाया।
एक ड्राइवर हमला करने के लिए लोहे की रॉड लेकर आ गया, जिसे मौके पर मौजूद लोगों ने पकड़ा। सूचना पर 112 की गाड़ी पहुंची। गुमानपुरा थाने में शिकायत दी है। गिर्राज शर्मा व इरशाद ने बताया कि विनोद मेहरा नाम का व्यक्ति जो अपने आप को कोटा उत्तर नगर निगम महापौर का भाई बताता है वो सभी कार्मिकों का शोषण करता है। कम्पनी अधिकारी भरत गायकवाड़ ने बताया- शहर में 28 बस संचालित की जा रही है। करीब 105 कार्मिक काम करते है। शिकायत व कंपनी विरोधी गतिविधियों के चलते दो महीने पहले 15 कार्मिकों को हटाया था। ये लोग आज सुबह डिपो पहुंचे थे। वहां उनकी किसी ड्राइवर/ कंडक्टर के साथ क्या बात हुई इस बारे में पता नहीं।