जोधपुर। जेल में एक विचाराधीन कैदी की मौत का मामला सामने आया है। सोमवार रात कैदी की तबीयत खराब होने पर उसे महात्मा गांधी अस्पताल ले जाएगा जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, मृतक कैदी के परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। जोधपुर सेंट्रल जेल अधीक्षक प्रदीप लखावत ने बताया कि विचाराधीन बंदी 31 वर्षीय नथमल पुत्र ढगलाराम रावर का निवासी था। उसे कापरड़ा से रातानाडा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसके बाद एक दूसरे मामले में गिरफ्तार करके अतिरिक्त सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या 04, जोधपुर महानगर के आदेश से 24 मई को जेल में भेजा था। सोमवार रात अचानक तबीयत खराब होने के बाद उसे जेल डिस्पेंसरी के डॉक्टर में दिखाया गया। बाद में उसे महात्मा गांधी हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां जांच के बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतक के परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरना शुरू कर दिया है। शव लेने से इनकार किया है। मोर्चरी के बाहर मृतक के परिजन, रिश्तेदार और ग्रामीण इकट्ठा हुए। उन्होंने कहा कि पुलिस ने समय से गिरफ्तारी की सूचना भी नहीं दी। उसके बाद जेल प्रशासन ने भी लापरवाही बरती है, जिससे नथमल की मौत हो गई। परिजनों ने मामले को लेकर निष्पक्ष जांच की मांग की है। इसके साथी उनका कहना है कि नथमल परिवार में इकलौता कमाने वाला था। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, ऐसे में उन्हें मुआवजा भी दिया जाए। जब तक मांगे नहीं माने जाएंगे तब तक धरना जारी रहेगा।