बारां। जयपुर दक्षिण की मुहाना पुलिस ने चार वर्षीय बच्ची की हत्या के मामले में उसकी मां और उसके लिव-इन पार्टनर को गिरफ्तार किया है। आरोपी मां रोशन और उसका साथी महावीर प्रसाद बैरवा पिछले 7 महीने से मुहाना के अनीता कॉलोनी में किराए के मकान में रह रहे थे। रोशन के पहले पति रविंद्र कुमार बैरवा से दो बेटियां थीं। बड़ी बेटी नेहा पिता के साथ रहती थी, जबकि छोटी बेटी इशिका मां के साथ थी। महावीर प्रसाद की पहली पत्नी गीतादेवी से 10 साल का बेटा नवीन भी उनके साथ रहता था। बच्चों की देखभाल को लेकर दोनों में अक्सर झगड़े होते थे। 31 मई को दोनों ने मिलकर इशिका की गला दबाकर हत्या कर दी। महावीर प्रसाद शव को प्लास्टिक के कट्टे में डालकर अपने गांव जैतपुरा, भंवरगढ़ ले गया। उसने शव को एक अलमारी में छिपा दिया। बाद में बदबू आने पर महावीर के पिता ने अलमारी खोली तो मामला सामने आया। जयपुर दक्षिण आयुक्तालय के आईपीएस दिगत आनंद के अनुसार, पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की और फिर गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला कि महावीर इशिका से नफरत करता था और दोनों ने झगड़ों से छुटकारा पाने के लिए बच्ची की हत्या की योजना बनाई।
जैतपुरा निवासी जयराम ने बताया कि आरोपी महावीर 30 मई को उसके 10 वर्षीय बेटे के साथ जैतपुरा पहुंचा था। वह बालिका का शव साफी में बांधकर प्लास्टिक के कट्टे में साथ लेकर आया। महावीर 10 साल से जयपुर में रह रहा था। शराब के नशे में पहली पत्नी से मारपीट करता था। ऐसे में करीब सात साल पहले पोते को छोड़कर पहली पत्नी चली गई। करीब सात महीने से महावीर प्रसाद जयपुर में रोशन के साथ रहने लगा था। प्रकरण में खुलासे के लिए मुहाना सीआई गुरभूपेंद्र सिंह के नेतृत्व में पुलिसकर्मियों की टीम का गठन किया गया। जैतपुरा निवासी जयराम बैरवा ने बताया कि उसका बेटा महावीर करीब दो महीने पहले गांव आया था। तब उसने गाली-गलौज की। इसकी रिपोर्ट उन्होंने भंवरगढ़ थाने में दी। महावीर 30 मई को फिर से जैतपुरा पहुंचा, तब वह गांव से बाहर था। इस दौरान महावीर ने अलमारी से कपड़े आदि निकालकर आग लगा दी और तोड़फोड़ की। रिश्तेदार के बताने पर इसकी सूचना पुलिस को दी। इस पर पुलिस ने वापस जयपुर जाते समय महावीर प्रसाद को पकड़ लिया। गांव पहुंचकर मकान में देखा तो अलमारी से बदबू आ रही थी। इस पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने अलमारी में साफी से बंधे कट्टे से बालिका का शव बरामद किया। जयराम की रिपोर्ट के बाद पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर मुहाना पुलिस को सूचना दी।