चित्तौड़गढ़। वेकेशन के नाम पर देशभर में लोगों को सुनहरे सपने दिखाकर लाखों रुपए ऐंठने वाली कंपनी महिंद्रा हॉलिडेज एंड रिसॉर्ट्स लिमिटेड पर चित्तौड़गढ़ के एक हाईकोर्ट वकील ने धोखाधड़ी का गंभीर आरोप लगाया है। सेन्थी, बापूनगर निवासी अधिवक्ता इंद्रमोहन सिंह पुत्र त्रिलोचन सिंह ने कंपनी के डायरेक्टर्स और सीईओ समेत 12 अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। इंद्रमोहन सिंह ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2016 में क्लब महिंद्रा की मेंबरशिप 25 साल के लिए ली थी, जिसके लिए 3,90,000 रुपए अदा किए। कंपनी के अधिकारियों ने वादा किया था कि देश और विदेश की 90 से ज्यादा प्रॉपर्टीज में वह जब चाहें, अपने परिवार के साथ वेकेशन मना सकते हैं। इंद्रमोहन के अनुसार, मेंबरशिप लेने के बाद जब भी वे छुट्टियों में अपने बच्चों के साथ घूमने का प्लान बनाते, कंपनी की तरफ से एक ही जवाब आता कि “छुट्टियों में होटल फुल हैं, कोई बुकिंग नहीं मिल सकती।” मजबूर होकर उन्हें निजी खर्चे पर अन्य जगहों पर रुकना पड़ा।
इंद्रमोहन सिंह ने बताया कि क्लब महिंद्रा ने देशभर में अब तक लगभग 3 लाख लोगों को मेंबर बना दिया है, लेकिन उनके पास सिर्फ 90 रिसॉर्ट्स ही हैं। इस वजह से ज्यादातर मेंबर को छुट्टियों में रुकने की सुविधा नहीं मिलती। उन्होंने आरोप लगाया कि कंपनी ने जानबूझकर इस सच्चाई को छुपाकर मेंबरशिप बेची। जब इंद्रमोहन ने इस संबंध में कंपनी के अफसरों से बात की, तो उन्होंने साफ कह दिया कि “हम पर पहले से कई मुकदमे चल रहे हैं, आप भी कर दो, ताकि बात करनी ही न पड़े।” पीड़ित ने पहले 2 जून को चित्तौड़गढ़ पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत दी थी, लेकिन FIR दर्ज नहीं की गई। इसके बाद कोर्ट में इस्तगासा दायर किया गया, जिसके आधार पर सदर थाने में मामला दर्ज कर लिया गया। अब इस मामले की जांच एसआई महेंद्र सिंह कर रहे हैं। इंद्रमोहन सिंह का कहना है कि क्लब महिंद्रा हर सदस्य से औसतन 6 लाख रुपए वसूल रहा है, लेकिन सुविधा कुछ नहीं दे रहा है। देशभर में इस कंपनी के खिलाफ हजारों शिकायतें हैं, फिर भी किसी तरह की सख्त कार्रवाई नहीं हो रही। उन्होंने आरोप लगाया कि क्लब महिंद्रा सालों से लोगों को मेंबरशिप के नाम पर धोखा दे रही है और अब तक लाखों लोग इसके शिकार बन चुके हैं। उन्होंने मांग की है कि इस मामले में जल्द कार्रवाई की जाए ताकि अन्य लोगों को न्याय मिल सके और इस तरह की धोखाधड़ी पर रोक लग सके।