हनुमानगढ़। जिले में एक युवक की कीटनाशक से मौत के मामले में नया मोड़ आया है। मृतक के पिता ने कोर्ट में इस्तगासा दायर किया है। इसमें विवाहिता के पति और उसके परिवार के 11 लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। मृतक के पिता बूटा सिंह (41) निवासी 19 एनजीसी ढाणी, पीरकामड़िया तहसील टिब्बी ने बताया कि उनका बेटा लवप्रीत सिंह पड़ोस में रहने वाली ममता के साथ लिव-इन में रह रहा था। ममता पहले से जसकरण सिंह से विवाहित थी। जसकरण नशे का आदी था और ममता के साथ मारपीट करता था।18 मार्च को ममता और लवप्रीत ने लिव-इन रिलेशनशिप के कागजात तैयार करवाए। इससे जसकरण और ममता के परिवार वाले नाराज हो गए। जसकरण ने ढाबां पुलिस चौकी में लवप्रीत सिंह व ममता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। 22 मार्च को ढाबां पुलिस चौकी में लवप्रीत सिंह व ममता को बुलाया गया। वहां ममता ने पुलिस चौकी प्रभारी को बयान दिए कि उसका पति जसकरण सिंह नशा करने का आदी है व किसी अन्य लड़की के साथ वीडियो कॉल से उसके सामने बात करता है और उसके साथ बहुत ज्यादा मारपीट करता है। वह अब लवप्रीत सिंह के साथ रिलेशनशिप में रह रही है व इसी के साथ रहना चाहती है। फिर लवप्रीत सिंह व ममता अपनी सहमति से पीरकामड़िया आ गए। इस बात से जसकरण सिंह व ममता के भाई बिट्टू, नवदीप सिंह पुत्र अंग्रेज सिंह, चाचा सुखदेव सिंह व पीहर के अन्य सदस्य रंजिश रखने लगे व धमकियां देने लगे कि वे दोनों को जिन्दा नहीं छोड़ेंगे।
इन लोगों ने उसके पुत्र लवप्रीत सिंह को बहुत ज्यादा मानसिक रूप से परेशान किया। इन्होंने उसके घर पर भी हमला कर उसके पुत्र लवप्रीत सिंह व ममता को जान से मारने व उठाकर ले जाने का प्रयास किया। फिर पीरकामड़िया गांव के मौजिज व्यक्तियों के समक्ष पंचायत की। पंचायत में उक्त लोग ममता को अपने साथ ले गए। इसके बावजूद भी ममता के परिवार वाले उसके पुत्र लवप्रीत सिंह के साथ रंजिश रखने लगे व लवप्रीत सिहं को मानसिक रूप से परेशान कर नाजायज दबाव बनाने लगे और जान से मारने की धमकियां देने लगे। इससे लवप्रीत सिंह मानसिक अवसाद में आ गया और इन लोगों के दबाव व परेशान करने की वजह से 26 मार्च को लवप्रीत सिंह ने कीटनाशक दवा पी ली। उसे इलाज के लिए हनुमानगढ़ के महावीर अस्पताल लेकर गए, जहां से लवप्रीत सिंह को श्रीगंगानगर रेफर कर दिया। श्रीगंगानगर के जन सेवा अस्पताल, टांटिया यूनिवर्सिटी कैम्पस में 3 अप्रैल को इलाज के दौरान उसके पुत्र लवप्रीत सिंह की मौत हो गई। अब उसे अपने पुत्र का हस्तलिखित पत्र बैड से प्राप्त हुआ है। जिसमें उसके पुत्र ने अपनी लेखनी से यह लिखा है कि जसकरण सिंह, बिट्टू, नवदीप सिंह, चरणजीत कौर पत्नी अंग्रेज सिंह, सुखदेव सिहं उर्फ देबी पुत्र इन्द्रसिंह, शंमू पुत्र सुखदेव सिंह उर्फ देबी, बग्गासिंह पुत्र कन्ता सिंह, भोला सिंह पुत्र तारासिंह, लखविन्द्र सिंह पुत्र तारासिंह, जगमीत सिंह पुत्र कौर सिंह, सुखासिंह पुत्र गोरा सिंह निवासी पीरकामड़िया से उसे जान-माल का खतरा है। अगर उसे कुछ भी होता है तो उसकी मौत के जिम्मेवार उक्त सभी लोग होंगे। पुलिस ने आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने के आरोप में बीएनएस की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान लखूवाली पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई भूपसिंह के सुपुर्द की है।